विशेष: सोता हूँ माँ चैन से, जब होती हो पास !!
हम 'मदर्स डे' की औपचारिकता अवश्य निभाते हैं, मगर वास्तविकता इससे बहुत दूर है। जब तक माँ के ह ...View More
विशेष: महान समाज सुधारक डॉ. बी.आर. अम्बेडकर पर लेख
मुंबई: मुख्तार खान, जनवादी लेखक संघ, मुंबई ने महान समाज सुधारक डॉ. बी.आर. अम्बेडकर पर प्रस्तुत ...View More
युवा संगम (द्वितीय चरण) में 23 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के 1000 युवाओं की भागीदारी के लिए ऑनलाइन पंजीकरण शुरू
युवा संगम का पहला दौर भारत के 29 दौरों के माध्यम से भारत के 22 राज्यों का दौरा करने वाले ल ...View More
विशेष: नवसंवत्सर ! (कविता)
लखनऊ: विशेष में नवसंवत्सर 2080 के अवसर पर प्रस्तुत है स्वतंत्र लेखक व युवा साहित्यकार- सुनील कुमार म ...View More
विकलांग व्यक्तियों के लिए गरिमापूर्ण जीवन के हो प्रयास: डॉo सत्यवान 'सौरभ'
हमारी शिक्षा प्रणाली समावेशी नहीं है। मामूली से मध्यम विकलांग बच्चों को नियमित स्कूलों में श ...View More
तपती धरती, संकट में अस्तित्व: डॉo सत्यवान सौरभ
भारत में, 10 सबसे गर्म वर्षों में से नौ पिछले 10 वर्षों में दर्ज किए गए हैं, और सभी 2005 के ...View More
सुख-सुविधा का पागलपन रौंद रहा मनुष्यता: डॉo सत्यवान सौरभ
आज के भागदौड़ भरे जीवन में अच्छे जीवन की एक संकीर्ण धारणा पर ध्यान केंद्रित करने से विभिन्न न ...View More
सांस्कृतिक, पारिवारिक एवं धार्मिक चेतना की ज्योति किरण- 'गणगौर पर्व': सुनील कुमार महला
पटियाला (पंजाब): 'गणगौर' राजस्थान की संस्कृति से जुड़ा प्रसिद्ध त्योहार हैं, जो भगवान शिव व देवी पार् ...View More
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हथियार, विरोधाभास और जोखिम में संसार!
'आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' (ए.आई.) का हथियारों के रूप में प्रयोग में नैतिक विरोधाभास है: प्रिय ...View More
फीके -फीके रंग है, सूना-सूना फाग। ढपली भी गाने लगी, अब तो बदले राग।।
पहले की 'होली' और आज की 'होली' में अंतर आ गया है! कुछ साल पहले 'होली' के पर्व को ले ...View More