अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस- 01मई 2018: मजदूरों का शोषण - मानवता का उपहास - [रेल सेवक संघ]
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस- 01 मई से रेल सेवक संघ और अन्य मजदूर संगठन श्रम कानूनों को समाप्त करने का करेंगे बिरोध.
लखनऊ, 30 अप्रैल: अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर 01मई से सुधार के नाम पर श्रम कानूनों को समाप्त कर श्रमिकों को बंधुआ मज़दूर बनाने का बिरोध.करेंगे.
रेल सेवक संघ के महामंत्री- सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव ने उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे की सभी शाखाओं और मंडल को निर्देश भेजकर कहा है कि, वे अपने कार्य स्थल पर लंच में श्रम सुधार के नाम पर सरकार द्वारा समाप्त किये जा रहे श्रम कानूनों का बिरोध करें, जिसमें सरकार द्वारा फिक्स्ड टर्म लेबर कॉन्ट्रैक्ट और स्थायित्व क़ानून को समाप्त किया जाना प्रमुख है, जिसमे मज़दूरों के स्थाई होने और मुवावजा का हक़ मज़दूरों से छीन लिया गया है.
रेल कर्मचारी अपने- अपने कार्य-स्थलों पर सभा व् जुलूस निकाल कर सरकार का बिरोध करेंगे और मांग करेंगे कि, स्थाईत्व कानून और अन्य पूर्व के श्रम कानूनों को बहाल किया जाय तथा मज़दूर बिरोधी क़ानून बनाना बंद किया जाय.
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