राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय प्रशिक्षण अकादमी की बेंगलुरु में ई-आधारशिला रखी गई
ग्रामीण विकास सचिव ने कहा - राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) ग्रामीण गरीबी के मुद्दे से निपटने के लिए एक अनूठी पहल है.
नई-दिल्ली (PIB): आर.यू.डी.एस.ई.टी.आई. (एनएआर) की राष्ट्रीय अकादमी के नए प्रशिक्षण संस्थान भवन की कल ई-आधारशिला रखने का समारोह आयोजित किया गया। एनएआर ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थानों के कर्मचारियों (585 आर.एस.ई.टी.आई. देश के 566 जिलों में स्थित हैं), राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश, ग्रामीण आजीविका मिशन के कर्मचारियों और संबंधित बैंक अधिकारियों की ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से निगरानी, सलाह और क्षमता निर्माण का कार्य करता है।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए सचिव, ग्रामीण विकास, भारत सरकार, श्री नागेंद्र नाथ सिन्हा ने जोर देकर कहा कि, आर.एस.ई.टी.आई. एक अनूठी पहल है जिसमें राज्य सरकारें, केन्द्र सरकार और वाणिज्यिक बैंक, ग्रामीण गरीबी के मुद्दे से निटपने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने देश में बेरोजगारी की समस्या को कम करने के प्रयासों को आगे बढ़ाने में आर.एस.ई.टी.आई. के महत्व का भी उल्लेख किया। आर.एस.ई.टी.आई. की गतिविधियों के मानकीकरण में एन.ए.आर. की भूमिका की प्रशंसा करते हुए उन्होंने एन.ए.आर. को इस दिशा में अपने प्रयास तेज करने की सलाह दी और ये अनुभव किया कि एन.ए.आर. के नए परिसरों की स्थापना से इस बारे में अच्छी सहायता मिलेगी।
वर्तमान में ये प्रशिक्षण बेंगलुरु या राज्य/ केन्द्रशासित प्रदेशों में किराए के विभिन्न परिसरों में आयोजित किए जाते हैं। इस प्रस्तावित परिसर का विकास सुंदर बागों के शहर बेंगलुरु में 25 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। यह परिसर क्षमता निर्माण की एक प्रमुख समस्या का समाधान करेगा। इस कार्यक्रम में एन.ए.आर. के अध्यक्ष पद्मविभूषण डॉ. डी. वीरेंद्र हेगड़े और केनरा बैंक की कार्यकारी निदेशक सुश्री ए. मणिमेखलाई की गरिमामयी उपस्थिति रही।
एन.ए.आर. के अध्यक्ष डॉ. डी वीरेंद्र हेगड़े ने सफल रुडसेटी मॉडल को अपनाने के लिए सरकार के सक्रिय दृष्टिकोण की सराहना करते हुए यह स्मरण किया कि किस प्रकार यह अच्छी प्रतिकृति आर.एस.ई.टी.आई. के रूप में लाखों ग्रामीण बेरोजगार युवाओं के जीवन को संवार रही है। उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय की आर.एस.ई.टी.आई. मॉडल स्वीकार करने के लिए सभी बैंकों को सुनिश्चित करने में निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। इसी के परिणामस्वरूप देश में उद्यमिता विकास प्रशिक्षण के बड़े नेटवर्क की स्थापना हुई है।
केनरा बैंक की कार्यकारी निदेशक, सुश्री ए मणिमेखलाई ने वर्षों से एनएआर की भूमिका की प्रशंसा करते हुए यह आश्वासन दिया कि कैनरा बैंक भविष्य के प्रयासों में भी पूरा सहयोग देगा। उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय, डॉ. हेगड़े और आर.एस.ई.टी.आई. को प्रायोजित करने वाले बैंकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने एन.ए.आर. को आर.ए.एसटीआई के इस आंदोलन में सभी हितधारकों की एकता का प्रतीक बताया। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने एनएआर के लिए एक नए युग को चिह्नित करते हुए आधारशिला का वर्चुअल अनावरण किया।
swatantrabharatnews.com