व्यंग्य: बगैर हेलमेट पर यमराज को नारद की रिपोर्ट: नवेन्दु उन्मेष
सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में कमी को देखते हुए कई दिनों से यमराज बहुत चिंतित थे। उन्हें इस बात को लेकर चिंता खाये जा रही थी कि आखिर भरत भूमि में ऐसा क्या हो गया कि सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में अचानक कमी आ गयी है। लोग मर तो रहे हैं लेकिन सड़क दुर्घटना की वजह से नहीं मर रहे हैं। उन्होंने तत्काल नारद को फोन लगाया और कहा कि वह भरत भूमि में जाकर देखें कि सड़क दुर्घटना में मरने वालों की संख्या में अचानक क्यों कमी आ गयी है। नारद ने सोचा कि भरत भूमि पर विचरण करने से अच्छा है मोबाइल पर ही लोगों से संपर्क करके इसके बारे में जाना जाये।
उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन लगाया तो पता चला कि यहां नया यातायात नियम लागू हो गया है। अब लोग मरने से ज्यादा जुर्माना भर रहे हैं। कहीं-कहीं तो पुलिस वालों से ही लोग उलझ रहे हैं। कही.कहीं तो पुलिस वाले भी लोगों से उलझ रहे हैं।
इसके बाद नारद ने तुरंत फोन करके यमराज को सारी बातें बतायी। यह सुनकर यमराज आग बबूला हो गये। उन्होंने नारद को कहा कि सिर्फ मोबाइल से पुलिस कंट्रोल रूम में बात कर लेने से हकीकत का पता नहीं चलेगाए क्यों कि पुलिस वाले दूसरों के बारे में तो बताते हैं लेकिन अपने बारे में कुछ नहीं बताते हैं। इसलिए तुम भरत भूमि पर जाओ और वहां के लोगों की जमीनी रिपार्ट खुद देखकर मुझे बताओ। इसके बाद नारदजी भरत भूमि पर आये। यहां उन्होंने देखा कि उनके दूत पत्रकार हर जगह कैमरे लेकर तैनात हैं और वाइक और स्कूटी पर चल रहे पुलिस वालों को रोककर कुछ पूछ रहे हैं। लेकिन कैमरा लिये पत्रकारों को भी पुलिस वाले गलत-सलत बातें बताकर भागने के फिराक में लगे हुए हैं। नारद जी ने एक कैमरा वाले प़त्रकार से पूछा कि आखिर तुम लोग इन पुलिस वालों से क्या पूछ रहे हो। कैमरा वाले पत्रकार ने उन्हें बतायाकि भरत भूमि में नया यातायात नियम एक सितंबर से लागू किया गया है। इसके आलोक में सभी वाहन चालकों को हेलमेट पहनकर चलना अनिवार्य है। लेकिन पुलिस वाले बगैर हेलमेट के बाइक पर चल रहे हैं। इसलिए हम ऐसे पुलिस वालों से पूछ रहे हैं कि उन्होंने हेलमेट क्यो नहीं पहना है। वे बगैर हेलमेट लगाये वाहन चलायेंगे तो दुर्घटना के षिकार नहीं हांेगे क्या। नारद ने कहा कि बात तो
सच है कि जब सभी के लिए वाहन चलाते वक्त हेलमेट पहनना अनिवार्य है तो फिर पुलिस वालों को पर यह नियम लागू क्यों नहीं होता। कई दिनों तक भरत भूमि में विचरण करने के बाद नारदजी वापस लौट गये और यमराज को रिपोर्ट दिया कि भरत भूमि पर सभी लोग हेलमेट लगाते हुए नजर आये, लेकिन पुलिस वाले मस्ती में बगैर हेलमेट के बाइक चला रहे थे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में आगे लिखा कि भगवान शिव ने भस्मासुर के बाद भरत भूमि के पुलिस वालों को आशीर्वाद दे दिया है कि वे सिर्फ बगैर हेलमेट के वाहन चलाने वालों के सिर पर हाथ रखेएं लेकिन अपने सिर पर हाथ कभी नहीं रखें नहीं तो वे स्वयं भस्म हो जायेंगे। यह सुनकर यमराज ने उनसे कहा ऐसा भगवान शिव ने क्यों किया। नारद ने कहा ऐसा भगवान शिव ने इसलिए किया है कि प्रत्येक थाने में भगवान शिव और बजरंगबजी का मंदिर है। वहां पुलिस वाले प्रत्येक दिन भगवान की पूजा अर्चना करने के बाद बगैर हेलमेट के वाहन चलाने वाले लोगों को पकड़ने के लिए निकलते हैं। तब उनमें बजरंगबजी की शक्ति आ जाती है और वे झट से बगैर हेलमेट वालों को को पकड़ लेते हैं लेकिन भस्मासुर की तरह शक्ति मिल जाने के कारण एक.दूसरे के सिर पर हाथ नहीं रखते क्यों कि वे जानते हैं कि वे अगर अपने सिर पर हाथ रखेंगे तो खुद भष्म हो जायेंगे।
(नवेन्दु उन्मेष, सीनियर पत्रकार)
swatantrabharatnews.com