आसमान में चीन का बढ़ता दबदबा भारत के लिए खतरे की घंटी है?
चीन का डिफेंस बजट रूस या भारत की तुलना में 3 गुना से भी ज्यादा है. हालांकि ये अब भी अमेरिका के रक्षा बजट 610 अरब डॉलर के मुकाबले काफी कम है.
नयी दिल्ली, 08 मई: करीब 25 सालों तक अमेरिका और उसके सहयोगी देशों का आसमान पर दबदबा रहा है. जब भी आसमान में युद्ध लड़ने की बारी आई है अमेरिका को कोई भी चुनौती नहीं दे सका है. लेकिन रूस और चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच अब हालात बदल गए हैं. आसमान में चीन का बढ़ता दबदबा भारत के लिए खतरे की घंटी है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ऐरोस्पेस इंडस्ट्री में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है. ये है ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट की बड़ी बातें
1. चीन की 13 ट्रिलियन डॉलर यानी 13 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था है और ऐसे में वो अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए बड़ी चुनौती पेश कर सकता है. स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट (SIPRI) के मुताबिक 2017 में चीन का रक्षा खर्च अमेरिकी डॉलर में 5.6 फीसदी बढ़ गया, जबकि रूस का 20 फीसदी घट गया.
2.चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग ने कई अहम प्रॉजेक्ट शुरू किए हैं, जिसके तहत रोबॉटिक्स और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस जैसी इंडस्ट्रीज में दबदबा कायम किया जा सके.
3. अमेरिकी एयर फोर्स के पास एयर-टु-एयर मिसाइलें हैं, जो दुश्मन के प्लेन्स को 160 किमी दूर से ही गिरा सकते हैं. चीन के पास PL-15 है जिसका रेंज कहीं ज्यादा करीब 300 किमी है. ये रेडार का भी काम करता है और फाइटर जेट्स का इलाके में घुसना मुश्किल हो जाता है.
4. चीन का डिफेंस बजट रूस या भारत की तुलना में 3 गुना से भी ज्यादा है. हालांकि ये अब भी अमेरिका के रक्षा बजट 610 अरब डॉलर के मुकाबले काफी कम है.
5.इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रैटिजिक स्टडीज में मिलिटरी ऐरोस्पेस के सीनियर फैलो डगलस बेरी के मुताबिक अमेरिका के पास पहले ऐसा माहौल था कि वो जो चाहें हवा में कर सकते थे. लेकिन अब जो चीन ने किया है उसके बाद ऐसा संभव नहीं होगा.
(साभार: न्यूज़ -18)
सम्पादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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