FB विवादः चुनावी डाटा को लेकर आपस में भिड़ी बीजेपी-कांग्रेस, सरकार की जकरबर्ग को भी चेतावनी
दरअसल इस सोशल मीडिया साइट पर ब्रिटेन की कैंब्रिज एनालिटिका के साथ साठगांठ करने का आरोप है. इसके साथ ही इस कंपनी पर अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने का आरोप लग रहा है.
नयी दिल्ली, 21 मार्च: न्यूज़ 18 पर प्रसारित खबरों में बताया गया है कि, पॉलिटिकल डाटा एनालिसिस कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका पर 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा चुराकर, उनका गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा है. इन आरोपों से फेसबुक मुसीबत में घिर गई है. कानून और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने साफ किया है कि यदि फेसबुक डाटा का दुरुपयोग कर भारतीय चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की गई है तो यह सहन नहीं किया जाएगा. उन्होंने सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक को कड़ी चेतावनी दी है कि जरूरत पड़ी तो भारत सरकार उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.
इस मामले में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. बीजेपी-कांग्रेस ने एक दूसरे पर कैम्ब्रिज एनालिटिका की सेवाएं लेने और कंपनी को भारतीय यूजर्स का डाटा उपलब्ध कराने के आरोप लगाए हैं.
बीजेपी का आरोप
कानून मंत्री ने एक खबर का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर सवाल उठाया कि कांग्रेस का कैंब्रिज एनालिटिका से प्रेम क्यों है? कांग्रेस इसका उपयोग क्यों कर रही है? इस संगठन की राहुल की सोशल मीडिया प्रोफाइल में क्या भूमिका है? क्या कांग्रेस अब चुनाव जीतने के लिए डेटा चोरी का इस्तेमाल करेगी? क्या सेक्स, स्लीज और फेक न्यूज के रास्ते को अपनायेगी जैसा कि कैंब्रिज एनालिटिका ने किया? उन्होंने कहा कि अभी राहुल गांधी की ट्विटर फ़ॉलोवर काफी बढ़े हैं. फेक फॉलोवर बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल किया गया है.
कांग्रेस का जवाब
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह बीजेपी की फेकन्यूज फैक्ट्री का नया प्रोडक्ट है. उन्होंने रविशंकर प्रसाद को 'लॉ'लेस कानून मंत्री बताते हुए कहा, "ऐसा लगता है जैसे फेक स्टेटमेंट, फेक प्रेस कॉन्फ्रेंस और फेक एजेंडा ही बीजेपी का चरित्र हो गई है." उन्होंने कहा, "भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस या कांग्रेस अध्यक्ष ने कभी भी कैम्ब्रिज एनालिटिका की सेवाएं नहीं ली. यह कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद का सफेद झूठ है और कांग्रेस के खिलाफ फर्जी एजेंडा है."
वहीं कांग्रेस आईटी सेल प्रभारी दिव्या स्पंदना ने कहा, "कैम्ब्रिज एनालिटिका राइट विंग पार्टियों के साथ काम करती है. लिबरल्स के साथ नहीं. उनकी वेबसाइट खुद कहती है कि वे बीजेपी के साथ काम करते हैं."
जब न्यूज18 ने चेक किया तो पाया कि कंपनी ने 2010 बिहार चुनाव में काम करने का दावा किया है. वेबसाइट में लिखा है, "हमारे ग्राहक को बड़ी जीत हासिल हुई. हमने जितना टार्गेट किया था उसकी 90 प्रतिशत सीटें हमारे क्लाइंट ने हासिल की." ये चुनाव जेडीयू ने जीता था और उस समय पार्टी जेडीयू के साथ गठबंधन में थी.
दरअसल इस सोशल मीडिया साइट पर ब्रिटेन की कैंब्रिज एनालिटिका के साथ साठगांठ करने का आरोप है. इसके साथ ही इस कंपनी पर अमेरिका में राष्ट्रपति चुनावों को प्रभावित करने का आरोप लग रहा है. डेटा लीक मामले में फंसने के बाद फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग और कंपनी के निवेशकों को पिछले 48 घंटे में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है.
(साभार: न्यूज़-18 )
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