संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान का निधन
संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव एवं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कोफी अन्नान का आज निधन हो गया। उनकी फाउंडेशन ने यह जानकारी दी। वह 80 साल के थे। उनके न्यास ने एक ट्वीट में स्विट्जरलैंड में उनकी मौत की घोषणा करते हुए कहा कि संक्षिप्त बीमारी के बाद उनका निधन हो गया।
उसने एक बयान में कहा,‘‘ जहां भी कोई तकलीफ या आवश्यकता होती थी, वह पहुंच जाते थे और उन्होंने अपनी गहरी करुणा और सहानुभूति से ढेर सारे लोगों के दिलों को छुआ।’’ अन्नान ने संयुक्त राष्ट्र में एक प्रशासक के रूप में लगभग अपना पूरा करियर बिताया। उनकी भव्य शैली, शांत स्वभाव और राजनीतिक समझ ने उन्हें इसका सातवां महासचिव बनने में मदद की।
महासचिव के रूप में उनका दो कार्यकाल रहा। वह इस पद पर एक जनवरी, 1997 से 31 दिसम्बर, 2006 तक रहे। उन्हें 2001 में संयुक्त राष्ट्र के साथ नोबेल शांति पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। जब वह संयुक्त राष्ट्र से गये तो वह एक ऐसा वैश्विक संगठन छोड़कर गये थे जो पूरी तत्परता के साथ विश्व में शांति का माहौल बनाने और गरीबी से लड़ने के लिए लगा हुआ था।
संयुक्त राष्ट्र के मौजूदा महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा,‘‘कोफी अन्नान अच्छाई के लिए एक मार्गदर्शक शक्ति थे।’’ उन्होंने कहा,‘‘मुझे उनके निधन के बारे में पता चलने पर बड़ा दुख हुआ। कई मायनों में कोफी अन्नान संयुक्त राष्ट्र थे। वह गरिमा और दृढ़ संकल्प के साथ संगठन का नेतृत्व करते हुए इसे नई सहस्राब्दी में लेकर गये।’’
अन्नान संयुक्त राष्ट्र में शीर्ष पदों पर रहे। उन्होंने उस समय संयुक्त राष्ट्र की अध्यक्षता की जब 11 सितम्बर 2001 के हमलों के बाद आतंकवाद के खिलाफ विश्व एकजुट था। इसके बाद इराक के खिलाफ अमेरिकी युद्ध को लेकर बंट गया था।
कोफी अन्नान का जन्म 8 अप्रैल,1938 को घाना के कुमासी में हुआ था। उन्होंने 1961 में सेंट पॉल मिन्नेसोटा में मैकैलेस्टर कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक किया। वहां से वह जेनेवा चले गये जहां उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मामलों में स्नातक अध्ययन शुरू किया और अपने यूएन कैरियर की शुरूआत की।
अन्नान ने एक नाइजीरियाई महिला तिती अलाकिजा से 1965 में विवाह किया। उनकी एक बेटी आमा और एक पुत्र कोजो हैं। वह 1971 में अमेरिका लौटे और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के स्लोन स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से मास्टर डिग्री हासिल की।वह 1970 दशक के दौरान अपनी पत्नी से अलग हो गये थे और स्वीडिश वकील नाने लागेगग्रेन से 1984 में दूसरी शादी की थी।
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