महान सेनानी शहीद भगत सिंह की ११४वीं जयंती पर सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने आर्थिक आतंकवादियों से देश को आजाद कराने और समतामूलक समाज निर्माण का लिया संकल्प
लखख्नऊ: मंगलवार २८ सितम्बर को समतामुलक समाज निर्माण मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने "आजादी के महान सेनानी शहीद भगत सिंह" को उनकी ११४वीं जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए आर्थिक आतंकवादियों को देश से बाहर खदेड़ कर उनके विचारों के अनुरूप समतामूलक समाज निर्माण करने का संकल्प लिया।
सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने लखनऊ स्थित समतामूलक समाज निर्माण मोर्चा के कार्यालय में शहीद ये आजम भगत सिंह की फोटो पर फूल चढ़ाकर और अपना शीश झुकाकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने अपने ट्वीट में कहा कि, आजादी के महान सेनानी शहीद भगत सिंह को उनकी ११४वीं जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि।
सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने अपने ट्वीट में कहा कि, "माँ भारती की आजादी के लिए २३वर्ष की आयु में फांसी के फंदे को चूमने वाले वीर भगत सिंह के साहसपूर्ण बलिदान के लिए मैं अपना शीश झुकाकर उनको नमन करता हूँ, भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ तथा संकल्प लेता हूँ कि, मैं उनके बलिदान को ब्यर्थ नहीं जाने दूंगा तथा संसद के दोनों सदनों में पेश CAG के रिपोर्ट के अनुसार 9000 फीट ऊंचाई पर लेह लद्दाख और सियाचिन में तैनात जवानों के विशेष रासन, विशेष खाना, उसके सब्स्टीच्यूट तक नहीं देने वाले, नए सामानों के स्थान पर पुराना फेस मास्क, पुराने जैकेट और स्लीपिंग बैग खरीदने और जवानों को नया नहीं उपलब्ध करने वाले देशद्रोहियों / आर्थिक आतंकवादियों से लेकर डीजल / पेट्रोल आदि आवश्यक बस्तुओं पर ४००% तक का टैक्स और लगा-लगा कर और तमाम माध्यम से जनता के धन को लूटने वाले और माँ भारती को आर्थिक गुलामी की जंजीरों में जकड़ने वाले आर्थिक आतंकवादियों को जब तक देश से बाहर नहीं खदेड़ दूंगा, तब-तक चैन से नहीं बैठूंगा।"
सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने ट्वीट से भारतवासियों का आह्वाहन करते हुए कहा कि,
आइये, हम सभी महान सेनानी शहीद भगत सिंह को उनकी जयंती पर आज संकल्प लेकर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें कि, शरहद पर तैनात जवानों से लेकर हम सभी को टैक्स व तमाम माध्यमों से लूटने वाले और माँ भारती को आर्थिक गुलामी की जंजीरों में जकड़ने वाले आर्थिक आतंकवादियों को देश से बाहर खदेड़ कर उनके विचारों के अनुरूप ऐसे समतामूलक समाज का निर्माण करेंगे, जहां शरहद पर तैनात जवानों से लेकर जन-जन के मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।