ईद-उल-अजहा: लोसपा और रेल सेवक संघ ने दी ईद की मुबारकवाद और इस क़ुरबानी के त्यौहार पर समता मूलक समाज की स्थापना हेतु यूनियनों/ स्वयंसेवी संगठनों/ समाजसेवी संगठनों के नेता-गण और समस्त देशभक्तों से सर्वस्व कुर्बान करने का किया आह्वाहन
- ईद-उल-अजहा को कुर्बानी का त्योहार और बकरा-ईद भी कहते हैं।
- 'समता मूलक समाज' की स्थापना हेतु यूनियनों/ स्वयंसेवी संगठनों/ समाजसेवी संगठनों के नेता-गण और समस्त देशभक्तों से सर्वस्व कुर्बान करने का किया आह्वाहन: एस. एन. श्रीवास्तव
प्रदेश और देश के देशभक्त आईये, हम सभी इस क़ुरबानी के त्यौहार से प्रेरणा लेते हुए आगे आकर रेल बचाएं, बैंक बचाएं, सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बचाएं, टैक्स के माध्यम से जनता के धन को लूटने वाले तंत्र को मिटायें तथा आर्थिक आतंकवाद को मिटाये और देश को आर्थिक गुलामी से आज़ादी दिलाएं": एस. एन. श्रीवास्तव
लखनऊ, 01 अगस्त 2020: लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष और रेल सेवक संघ के महामंत्री- एस. एन. श्रीवास्तव ने आज प्रदेशवासियों और देशवासियों को ईद की मुबारकवाद दी और आशा व्यक्त की कि, यह त्योहार समाज में शांति और समृद्धि लेकर आएगा।
लोसपा प्रदेश अध्यक्ष और रेल सेवक संघ के महामंत्री- एस. एन. श्रीवास्तव ने आज के इस प्रेरणादायक त्यौहार पर बताया कि, 'ईद-उल-अजहा' को 'कुर्बानी' का त्योहार और 'बकरा-ईद' भी कहते हैं।
एस. एन. श्रीवास्तव ने बताया कि, इस्लाम धर्म में ईद-उल-अजहा का विशेष महत्व है। इस्लामिक मान्यता के मुताबिक हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे हजरत इस्माइल को इसी दिन खुदा की राह में कुर्बान किया था। तब खुदा ने उनके जज्बे को देखकर उनके बेटे को जीवनदान दिया था।
अतैव लोसपा और रेल सेवक संघ, 'समता मूलक समाज' की स्थापना और रेल व बैंक सहित सभी सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को निजीकरण से बचाने हेतु यूनियनों/ स्वयंसेवी संगठनों/ समाजसेवी संगठनों के नेता-गण और समस्त देशभक्तों से सर्वस्व कुर्बान करने का आह्वाहन करती है।
आईये, "हम सभी आगे आकर रेल बचाएं, बैंक बचाएं, सभी सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बचाएं, टैक्स के माध्यम से जनता के धन को लूटने वाले तंत्र को मिटायें, आर्थिक आतंकवाद को मिटाये और देश को आर्थिक गुलामी से आज़ादी दिलाएं।"
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