ट्रेन-18 का हो रहा बिरोध - बढ़ रहा जनाक्रोश - लोगों ने किया ट्रेन 18 पर पथराव: सच्चिदानन्द श्रीवास्तव
कमजोर पैरों से दौड़ा नहीं जाता:
(सच्चिदानन्द श्रीवास्तव/लोसपा)
लखनऊ: लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उत्तर प्रदेश)- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने कहा कि, "शनिवार को PTI के हवाले से खबर आई, जिसमें बताया गया है कि, कुछ बदमाशों ने शुक्रवार को नई "ट्रेन 18 पर उसके अभ्यास परिचालन के दौरान पथराव किया। इसी तरह की घटना करीब एक महीने पहले भी हुई थी।"
रेलवे ने कहा है कि, "घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ और न ही किसी को गिरफ्तार किया जा सका है। यह घटना ट्रेन के शकूरबस्ती से रवाना होने के बाद हुई थी। ट्रेन को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचना था, जहां से ट्रेन इलाहाबाद तक अपना अभ्यास परिचालन शुरू करती।"
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कर्मी ट्रेन की सुरक्षा कर रहे थे।
उत्तर रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचने पर सुरक्षा दल ने ट्रेन पर पथराव की होने की सूचना दी। डीएलटी (दिल्ली लाहौरी गेट) पोस्ट के तहत सदर इलाके के पास ट्रेन के दूसरे डिब्बे को पत्थर लगा है।
अधिकारी ने बताया कि टी-18 में मौजूद रेल कर्मी ने सुरक्षा दल को सूचना दी कि कोच संख्या 188320 की खिड़की के शीशे पर पत्थर मारा गया है।
इससे पहले, 20 दिसंबर को इसी ट्रेन पर दिल्ली और आगरा के बीच अभ्यास परिचालन के दौरान भी पथराव किया गया था।
उक्त खबर पर लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उत्तर प्रदेश)- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने रेल मंत्री और प्रधानमंत्री मोदी को आगाह करते हुए कहा कि अब भी समय है। वे पथराव के माध्यम से जनता द्वारा प्रकट किए जा रहे आक्रोश को समझे अन्यथा लोक सभा चुनाव में जनता आपकी पार्टी को रसातल में पहुँचा देगी। लोग अब आपके लालीपाॅॅॅप को समझ चुके हैं। जनता समझ चुकी है कि "ट्रेन-18" उनके लिए उपयोगी नहीँ है। ट्रेन-18 केवल अमीरों के लिए बनाई गई है जिसमें "धन" आमजन का है लेकिन ट्रेन-18 आमजन की पहुुँच से बहुत बहुत दूर है। हालांकि उन्होंने कहा कि वे "पथराव" का समर्थन नहीं करते हैं लेेेकिन वे और उनकी पार्टी "ट्रेन-18" के संंचालन का वर्तमान हालातों में पुुरजोर बिरोध करती है।
श्रीवास्तव ने कहा कि, "कमजोर पैैरों से दौड़ा नहीं जाता है।"
श्रीवास्तव ने रेेल मंंत्री और प्रधानमंत्री से मांग की कि, "सबसे पहले गरीबोंं और मध्यम वर्गीय लोगों की निरस्त ट्रेनों (पैैैैसेंजर/ईएमयू डीएमयू/मेल/एक्सप्रेस) को समय से चलाया जाय। रेलवे सर्वप्रथम ट्रेनों का समय से व सुुुुरक्षित संचालन सुनिश्चित करेें जिससे आम लोग अपना जीवन यापन कर सकें।"
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