आखिरकार बाजार में नीलाम हुआ माल्या का यह आलीशान जेट,जानें क्या हैं खूबियां
बेंगलुरु, 30 जून: आखिरकार भगोड़े विजय माल्या का आलीशान लग्जरी जेट नीलाम हो ही गया। माल्या का लग्जरी जेट 34.08 करोड़ रुपये में बिका। दरअसल, कानूनी अड़चनों के बाद माल्या के प्राइवेट जेट की तीन बार नीलामी की गई, लेकिन हर बार किसी न किसी कारण से यह पूरी नहीं हो सकी।
माल्या के VIP जेट को मिला नया मालिक
बता दें कि बैंक का हजारों करोड़ रुपए का कर्ज लेकर देश से फरार माल्या का लग्जरी प्राइवेट जेट हमेशा सुर्खियों में रहा है। ऐशो-आराम की सभी सुविधाओं से लैस इस जेट का रजिस्ट्रेशन नंबर भी वीआइपी है। लेकिन अब A319-133C VT-VJM MSN 2650 रजिस्ट्रेशन नंबर वाले वीआइपी जेट को उसका नया मालिक मिल गया है।
अमेरिका की इस कंपनी ने खरीदा विमान
अमेरिका बेस्ड विमानन कंपनी 'एविएशन मैनेजमेंट सेल्स' ने विजय माल्या का ये प्राइवेट जेट खरीदा है। उच्चतम बोली बॉम्बे हाईकोर्ट की मंजूरी के अधीन है। दरअसल, जेट को खरीदने के लिए अमेरिकी कंपनी ने 5.05 मिलियन डॉलर की बोली लगायी, जो पिछली बार सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा करायी गई ई-नीलामी की बोली की रकम से काफी ज्यादा है। बता दें कि नीलामी की शुरुआत ही 1.9 मिलियन डॉलर से की गई। गौरतलब है कि ये नीलामी कारोबारी विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस पर बकाया सर्विस टैक्स की रिकवरी के तहत की गई थी।
पिछले पांच सालों से नहीं भरी उड़ान
विजय माल्या का ये प्राइवेट जेट बेहद शानदार है। इसका इंटीरियर कस्टमाइज्ड और लग्जरी से भरपूर है। सूत्रों के मुताबिक माल्या के इस जेट की स्टैंटर्ड विशेषताओं के मुताबिक करीब 100 मिलियन डॉलर थी, लेकिन नीलामी के कारण ये अमेरिकी कंपनी को बेहद ही कम दामों में मिल गया। दरअसल, पिछले पांच सालों से इस जेट ने कोई उड़ान नहीं भरी है। इसलिए ग्राउंडेड कंडीशन को देखते हुए जेट इतने कम दामों में नीलाम हो गया। बता दें कि सर्विस टैक्स विभाग ने इस जेट को मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर खड़ा किया हुआ था। इसको लेकर एयरपोर्ट अथॉर्रिटी बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गई थी।
2013 में सीज किया जेट
- सितंबर 2013 में सर्विस टैक्स विभाग ने जेट को सीज कर दिया था।
- तक से लेकर अबतक ये मुंबई हवाई अड्डे पर खड़ा था।- एयरपोर्ट अथॉरिटी ने जगह की कमी का हवाला दिया और बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंच गई।
- अथॉरिटी ने कहा, जेट की पार्किंग की वजह से उसे हर घंटे करीब 13-15 हजार रुपयों का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
- जिसके बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने जेट को बेचने के लिए साल 2018 में मामले को कर्नाटक हाईकोर्ट भेज दिया।
- दरअसल, किंगफिशर एयरलाइंस बेंगलुरु बेस्ड कंपनी थी, इसलिए केस को वहां ट्रांसफर किया गया।
जेट की खासियत
- इस लग्जरी जेट में छह क्रू मेंबर समेत 25 यात्री एक साथ उड़ान भर सकते हैं।
- जेट में एक बेडरूम, बाथरूम, बार और कॉन्फ्रेंस रूम के आलावा कई अन्य सुविधाएं मौजूद हैं।
माल्या पर आरोप
- माल्या के खिलाफ करीब 9,000 करोड़ रुपये के कर्जों की धोखाधड़ी और हेराफेरी का आरोप है।
- बैंकों का कर्ज न चुकाने के आरोप में भारत में वांछित।
- वो मार्च 2016 में देश छोड़कर लंदन भाग गया था।
- किंगफिशर एयरलाइंस पर करीब 9000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। यह कर्ज एसबीआइ की अगुवाई वाले 17 बैंकों के समूह ने दिया था।
- एसबीआइ के अलावा माल्या पर बैंक ऑफ बड़ौदा, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, एक्सिस बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, फेडरल बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, जम्मू और कश्मीर बैंक, आईडीबीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, यूसीओ बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का कर्ज है।
- बीते दिनों माल्या ने दावा किया है कि उसपर 9 हजार करोड़ रुपये के डिफॉल्ट का आरोप लगाया जाता है, लेकिन उसने सिर्फ 5,500 करोड़ रुपये लिए थे। इसमें से 1,300 करोड़ रुपये वापस किए जा चुके हैं।
- भारत ने पिछले साल औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था।
दो साल पहले ऐसे भागा था माल्या
राज्यसभा के रिकॉर्ड के मुताबिक विजय माल्या एक मार्च 2016 को राज्यसभा में उपस्थित था और उसके अगले दिन ही 2 मार्च को वह देश में भागने में कामयाब हो गया। बैंकों के कर्ज में डूबा विजय माल्या जेट एयरवेज की फ्लाइट से दिल्ली से लंदन भाग गया। माल्या ने दो मार्च को लगभग सुबह 10.45 पर एयरलाइन को फोन कर अपनी यात्रा की सूचना दी। जिसके बाद दोपहर 1.15 पर वह जेट एयरवेज की फ्लाइट 9W122 से लंदन रवाना हो गया। उन्होंने बोइंग 777-300 के फर्स्ट क्लास में ट्रैवल किया, साथ में सात से 11 बैग थे।
(साभार- JNN)
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