लोकसभा चुनाव 2019: सोनिया की 'डिनर डिप्लोमेसी' में शामिल हुईं ये 19 राजनीतिक पार्टियां
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के रात्रिभोज में 19 राजनीतिक दल शामिल हुए हैं. इस डिनर पार्टी की मेजबानी कर रही कांग्रेस पार्टी की ओर से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खडगे, अहमद पटेल, ए के एंटनी, रणदीप सिंह सुरजेवाला सम्मिलित हुए हैं.
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र देश में बदलते समीकरणों के बीच विपक्ष बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की कोशिश में जुटी है. इसी के तहत लोकसभा में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने मंगलवार को 'डिनर डिप्लोमेसी' के तहत तमाम दलों के मुखियाओं को रात के खाने के लिए बुलाया है. पूर्व कांग्रेस चेयरपर्सन सोनिया गांधी 10 जनपथ स्थित अपने आवास पर इस डिनर पार्टी की मेजबानी कर रही हैं.
डिनर पार्टी में शामिल दलों में समाजवादी पार्टी से राम गोपाल यादव, एआईयूडीएफ से बद्दुरुद्दीन अजमल, एनसीपी के शरद पवार, आरजेडी से तेजस्वी यादव और मीसा भारती, नेशनल कॉन्फ्रेंस से उमर अब्दुल्ला, झारखंड मुक्ति मोर्चा से हेमंत सोरेन, आरएलडी से अजित सिंह, सीपीआई से डी राजा, सीपीआई 'एम' से एमडी सलीम, डीएमके से कानिमोझी, आईयूएमएल से कुट्टी, बसपा से सतीश चंद्र मिश्र, केरल कांग्रेस, जेवीएम से बाबू लाल मदांडी, आरएसपी से रामचंद्रन, हिंदुस्तान ट्राइबल पार्टी से शरद यादव, टीएमसी से सुदीप बंधोपाध्याय, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा से जीतन राम मांझी और जेडी-एस से डॉ. कुपेंद्र रेड्डी शामिल हुए हैं.
ये हैं मेजबान पार्टी के सदस्य
इस डिनर पार्टी की मेजबानी कर रही कांग्रेस पार्टी की ओर से सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खडगे, अहमद पटेल, ए के एंटनी, रणदीप सिंह सुरजेवाला सम्मिलित हुए हैं.
क्या है दलों के इकट्ठा होने की वजह?
यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने आवास पर डिनर का आयोजन किया है. अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले बीजेपी नीत एनडीए के खिलाफ बड़ा मोर्चा खड़ा करने की कोशिशों के रूप में देखें जा रहे इस डिनर में 19 विपक्षी दलों के नेता पहुंचे.
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, आंध्र प्रदेश की सत्तारुढ़ तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी), बीजेडी और टीआरएस के नेताओं को नहीं निमंत्रित किया गया है. टीडीपी ने हाल ही में अपने मंत्रियों को नरेंद्र मोदी सरकार से हटा लिया है, लेकिन वह एनडीए का घटक बनी हुई है. वहीं बीजेडी का ओडिशा और टीआरएस का तेलंगाना में शासन है.
सूत्र ने बताया कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड विकास मोर्चा के नेता बाबूलाल मरांडी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी बैठक में पहुंचें हैं. मांझी ने हाल ही में राजग का साथ छोड़कर लालू प्रसाद के राजद के साथ हाथ मिला लिया.
(साभार: न्यूज़-18)
संपादक- स्वतंत्र भारत न्यूज़
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