
उत्तर प्रदेश: ‘नमस्ते योजना’ पर केंद्रित विशेष स्वच्छता कार्यक्रम बरेली में आयोजित: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय
"नमस्ते केवल एक सरकारी योजना नहीं है, बल्कि समाज के सबसे मेहनती लोगों के जीवन में वास्तविक बदलाव लाने का संकल्प है।"
-:बी. एल. वर्मा, केंद्रीय राज्यमंत्री, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय:-
लखनऊ (उत्तर प्रदेश): सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत " राष्ट्रीय मशीनीकृत स्वच्छता इकोसिस्टम कार्य योजना – नमस्ते (NAMASTE)" पर केंद्रित एक विशेष कार्यक्रम 16 मई 2025 को जीआईसी ऑडिटोरियम, इस्लामिया इंटर कॉलेज के पास, बरेली (उत्तर प्रदेश) में आयोजित किया गया।
श्री बी. एल. वर्मा, माननीय केंद्रीय राज्यमंत्री, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और स्वच्छता कर्मचारियों का सम्मान किया।
कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएँ:
सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों (SSWs) को पीपीई किट और आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए।
लाभार्थियों को सिलाई मशीनें प्रदान की गईं।
अब तक बरेली और पीलीभीत में 446 सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों (SSWs) की प्रोफाइलिंग की जा चुकी है । कार्यक्रम के दौरान, प्रतीकात्मक रूप में माननीय मंत्री द्वारा बरेली के SSWs को 20 पीपीई किट और 15 आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए। इसके अतिरिक्त, पीलीभीत के SSWs को 18 आयुष्मान कार्ड और शाहजहांपुर के प्रशिक्षुओं को 10 सिलाई मशीनें भी प्रदान की गईं।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वच्छता कार्य में लगे श्रमिकों को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है, जिससे वे सुरक्षित, गरिमापूर्ण और टिकाऊ आजीविका प्राप्त कर सकें।
मंत्री ने कहा, "यह केवल एक सरकारी योजना नहीं है, बल्कि समाज के सबसे मेहनती लोगों के जीवन में वास्तविक बदलाव लाने का संकल्प है।"
उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों और नागरिकों को इस जन-संवेदनशील कार्यक्रम में भाग लेने और इस सामाजिक बदलाव का हिस्सा बनने के लिए सराहा।
यह पहल सुरक्षित एवं सम्मानजनक कार्य परिस्थितियों को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है!
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