मालाबार बंदरगाह गतिविधियाँ- 2024: रक्षा मंत्रालय
नई-दिल्ली (PIB): बहुपक्षीय समुद्री अभ्यास मालाबार 2024 के दौरान चल रही बंदरगाह गतिविधियों में भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेनाओं ने 09 अक्टूबर, 24 से विशाखापत्तनम में विभिन्न सहयोगी कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लिया, इसमें समन्वय का कार्य पूर्वी नौसेना कमान ने किया। इन गतिविधियों में प्रमुख नेतृत्व सहभागिता (केएलई), विषय वस्तु विशेषज्ञों का आदान-प्रदान (एसएमईई), क्रॉस-डेक दौरे, खेल कार्यक्रम और नौकायन से पहले की चर्चाएं शामिल हैं। इनका उद्देश्य समुद्री सहयोग को बढ़ाना, सौहार्दपूर्ण माहौल बनाना और परिचालन में तालमेल को बढ़ावा देना था।
इस अभ्यास की एक विशेष विशेषता वरिष्ठ नौसेना पदानुक्रम के प्रमुख नेतृत्व की भागीदारी थी, जिसमें वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) पूर्वी नौसेना कमान, एडमिरल स्टीफन कोहलर, कमांडर यूएस पैसिफिक फ्लीट, वाइस एडमिरल कात्सुशी ओमाची, कमांडर-इन-चीफ, सेल्फ डिफेंस फ्लीट, जापान और रियर एडमिरल क्रिस स्मिथ, कमांडर ऑस्ट्रेलियाई फ्लीट शामिल थे। इन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में परस्पर नौसैनिक अंतर-संचालन और सहयोग को मजबूत करने के तरीकों के साथ-साथ मालाबार अभ्यास के भविष्य पर चर्चा की।
इस सहयोग को और मजबूत करते हुए, विषय वस्तु विशेषज्ञों का आदान-प्रदान और क्रॉस-डेक दौरों ने प्रतिभागी देशों में गहन जुड़ाव और उनमें समझ को बढ़ावा देने की दिशा में ज्ञान और सर्वोत्तम व्यवस्थाओं का आदान-प्रदान करने के मूल्यवान अवसर प्रदान किए। इन चर्चाओं से समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने और समुद्री संचालन में साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सहयोग की महत्ता अनुभव हुई।
ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के दल ने मैत्रीपूर्ण खेल मुकाबलों में भाग लिया। इससे टीमों के बीच सौहार्द और सहयोग में वृद्धि हुई। समुद्र से लेकर मैदानों तक टीमवर्क और दोस्ती की भावना ने एक साथ मजबूत होने की थीम को मूर्त रूप दिया। यह नौसेना संचालन से परे मालाबार 2024 की भावना का उदाहरण है। दल ने एक यादगार भारतीय रात्रिभोज का भी आनंद लिया, जिसमें भारतीय व्यंजनों के समृद्ध स्वाद ने नौसेनाओं के बीच सांस्कृतिक परिचय को बढ़ाने के लिए मंच तैयार किया।
जैसे-जैसे मालाबार 2024 का बंदरगाह चरण समापन की ओर आ रहा था, प्री-सेलिंग चर्चाएं केंद्र में आ गई, जो 14 अक्टूबर, 2024 से बंगाल की खाड़ी में आगामी समुद्री चरण के दौरान अधिकतम परिचालन तालमेल सुनिश्चित करने की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करने के संबंध में थीं। विभिन्न स्तरों पर बहुआयामी बातचीत सभी सहयोग को मजबूत करने, विशेषज्ञता साझा करने और समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने में सहायक रही।
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