मेघालय के कोयला खदान में फँसे 15 खनिकों को बचाने की प्रधानमंत्री-मोदी से अपील: सच्चिदानन्द श्रीवास्तव- लोसपा
"प्रधानमंत्री जी यह कैसा विकास है?- आप कहते हैं कि, "देश आपका परिवार है", तो क्या कोयला खदान में फॅसे 15 खनिक को आप अपना परिवार नहीं मानते।"
उपकरणों की कमी के चलते उन्हें अब-तक निकाला नहीं जा सका है।
सच्चिदानन्द श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष (उ. प्र.)/लोसपा
लखनऊ: मेघालय के एक कोयला खदान में 13 दिसम्बर से फँसे 15 खनिकों के अब-तक नहीं निकालने और सरकार द्वारा हाई प्रेसर पंप की अब-तक ब्यवस्था नहीं करने की कड़ी शब्दों में निन्दा करते हुए लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उत्तर प्रदेश)- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री मोदी से कोयला खदान में फँसे 15 खनिकों को बचाने की अपील की और प्रधानमंत्री-मोदी जी से पूछा कि, "प्रधानमंत्री जी, यह कैसा विकास है?- आप कहते हैं कि, "देश आपका परिवार है", तो क्या कोयला खदान में फॅसे 15 खनिक को आप अपना परिवार नहीं मानते।"
उपकरणों की कमी के चलते उन्हें अब-तक निकाला नहीं जा सका है।
श्री श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री- मोदी जी से पूूछा कि, "जान की कोई कीमत है या नहीं?- आप और आपके मंत्री कैमरे के सामने पोज़ दे देकर विनाशकारी विकास का गाना गा रहे हैं और दूसरी तरफ मेघालय के कोयला खदान में 13 दिसम्बर से फँसे 15 खनिकों को अभी तक निकाला नहीं जा सका और सबसे शर्मनाक बात यह है कि सरकार अभी तक हाई प्रेसर पंप की अब-तक ब्यवस्था नहीं कर सकी है।"
श्रीवास्तव ने कहा कि, "लोसपा प्रधानमंत्री से माँग करती है कि, जान की कीमत समझिए - खदान में फंसे 15 खनिकों को बचाइये।"
मल्टीमीडिया के खबरों के अनुसार 13 दिसम्बर से कोयले की खदान में 15 खनिक 70 फिट पानी में फँसे हए हैं और सरकार हाई प्रेसर पंप की अब-तक ब्यवस्था नहीं कर पाई है।
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