पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कर्मचारियों अधिकारियों और शिक्षकों की महारैली
- पुरानी पेंशन बहाली को लेकर आर-पार के मूड में अधिकारी-कर्मचारी, महारैली कर दिखाएंगे ताकत
- लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी और रेल सेवक संघ ने किया पूर्ण समर्थन का ऐलान
लखनऊ: सोमवार को लखनऊ के ईको गार्डेन धरना स्थल पर "पुरानी पेंशन बहाली" के लिए कर्मचारी, इंजीनियर, शिक्षक और अधिकारी पेंशन बहाली मंच के बैनर तले महारैली कर अपनी ताकत दिखाएंगे। इसे चुनावी सीजन में सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
पेंशन बहाली मंच के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम की राशि शेयर मार्केट में लगाई जाती है। इसमें न्यूनतम पेंशन की कोई गारंटी न होने से शिक्षकों और कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय है। अगर पुरानी पेंशन बहाल नहीं की गई तो प्रदेश की मौजूदा सरकार परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे।
मंच के संयोजक हरिकिशोर तिवारी ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। अगर एक अप्रैल 2005 के बाद भर्ती हुए कर्मचारी के साथ कोई हादसा होता है, तो सामाजिक सुरक्षा के नाम पर उसके परिवार को कोई सुविधा नहीं मिलती।
प्रदेश और देश को चलाने में कर्मचारियों, शिक्षकों, इंजीनियरों और अधिकारियों की विशेष भूमिका है, पर प्रदेश में उनकी उपेक्षा की जा रही है। डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के महासचिव जीएन सिंह ने कहा कि 24 हजार से ज्यादा इंजीनियर कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। अगर अब भी सरकार नहीं चेती तो हड़ताल करने से भी नहीं चूकेंगे।
पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता एसोसिएशन के अध्यक्ष देवेंद्र निगम ने बताया कि काफी संख्या में सहायक अभियंता महारैली में भाग लेंगे।
मंच के प्रवक्ता मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे यूनियन के नेता शिवगोपाल मिश्रा समेत सभी नेता महारैली में शामिल होंगे। प्रस्तावित महारैली स्थल का वरिष्ठ कर्मचारी व शिक्षक नेताओं ने मौका मुआयना कर तैयारियों का जायजा लिया। कार्यक्रम को सुचारु ढंग से चलाने के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। एलसीडी भी लगाई गई हैं।
रेल सेवक संघ के महामंत्री और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उत्तर प्रदेश) - सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने पुरानी पेंशन बहाली के इस आन्दोलन को पूर्ण समर्थन देने का ऐलान किया है।
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