आरकॉम-जियो सौदे को मिली मंजूरी
मुंबई: अंबानी बंधुओं के बीच दूरसंचार संपत्तियों की बिक्री का रास्ता साफ करते हुए उच्चतम न्यायालय ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) और रिलायंस जियो के 181 अरब रुपये के सौदे को आज मंजूरी दे दी। इस सौदे के तहत मुकेश अंबानी की जियो को आरकॉम स्पेक्ट्रम सहित महत्त्वपूर्ण ढांचा देगी, जिससे उसे अपना कर्ज आधा घटाने में मिलेगी। इस सौदे से मिलने वाली रकम आरकॉम के ऋणदाताओं के खातों में जाएगी, जिन्हें कंपनी पिछले साल जून से ही भुगतान नहीं कर पा रही थी।
ऋणदाताओं और आरकॉम के बीच इस पर समझौता किया किया गया लेकिन स्वीडन की फर्म एरिक्सन ने इसका विरोध किया। एरिक्सन आरकॉम को उपकरणों की आपूर्ति करती थी और उसका भी भुगतान बकाया है। एरिक्सन अपना बकाया वसूली के लिए इस साल मई में राष्ट्रीय कंपनी लॉ पंचाट (एनसीएलटी) के मुंबई पीठ में अपील की थी। एनसीएलटी ने आरकॉम के खिलाफ ऋणशोधन प्रक्रिया शुरू की और उसे सितंबर तक एरिक्सन को 5.5 अरब रुपये चुकाने का आदेश दिया। आरकॉम ने इस फैसले को राष्ट्रीय कंपनी लॉ अपीलीय पंचाट में चुनौती दी। अपीलीय पंचाट ने दिवालिया प्रक्रिया पर रोक लगा दी लेकिन आरकॉम को एरिक्सन का बकाया चुकाने को कहा। अपीलीय पंचाट ने कहा कि अगर सितंबर के अंत तक बकाया का भुगतान नहीं किया जाता है तो समूची संपत्तियां आरक्षित कर ली जाएंगी। इसके बाद आरकॉम ने उच्चतम न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका दायर की।
उच्चतम न्यायालय ने आज अपने आदेश में आरकॉम को 5.5 अरब रुपये 1 अक्टूबर तक एरिक्सन को चुकाने को कहा तथा आरकॉम के चेयरमैन अनिल अंबानी को एक हलफनामा देने को कहा कि वह तय समयसीमा से पहले एरिक्सन का पूरा बकाया चुका देंगे। इस खबर से आरकॉम का शेयर 5.73 फीसदी चढ़कर 15.69 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद आरकॉम को अपनी परिसंपत्तियों की बिक्री का सौदा रिजर्व बैंक द्वारा तय 27 अगस्त की समयसीमा तक पूरा करना होगा। एक सूत्र ने बताया कि परिसंपत्तियों की बिक्री से आरकॉम के कर्ज में 250 अरब रुपये की कमी आएगी जिसमें 70 अरब रुपये का स्थगित स्पेक्ट्रम भुगतान देनदारियां शामिल हैं। स्पेक्ट्रम देनदारियां रिलायंस जियो को स्थानांतरित हो जाएगी क्योंकि स्पेक्ट्रम का मालिकाना हक उसके पास होगा।
इससे आरकॉम को अपनी बैंक गारंटी भी बहाल हो जाएगी जिसे दूरसंचार विभाग ने स्थगित स्पेक्ट्रम भुगतान देनदारी के कारण इस साल भुना दिया था। कर्ज कम करने की योजना के दूसरे चरण में आरकॉम अपनी बाकी 850 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम परिसंपत्तियों को रिलायंस जियो को बेचकर 37 अरब रुपये जुटाएगी। इन दो परिसंपत्तियों की बिक्री और नवी मुंबई में कंपनी की 133 एकड़ धीरूभाई अंबानी नॉलेज सिटी परिसर तथा नई दिल्ली में 4 एकड़ की संपत्ति बेचकर आरकॉम को और 100 अरब रुपये जुटाने की उम्मीद है। मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि इससे कंपनी के कर्ज में करीब 390 अरब रुपये की कमी आएगी जो अभी 447 अरब रुपये है।
(साभार- बी.एस.)
swatantrabharatnews.com