रेलवे की भर्ती परीक्षा का जिम्मा टीसीएस को
- निजी क्षेत्र की दो अन्य कंपनियां बैक-एंड परिचालन का प्रबंधन करेंगी। प्रत्येक उम्मीदवार के लिए समान स्तर के कठिन सवालों के साथ अनूठा प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए टीसीएस क्वेश्चन क्रिएशन विजार्ड और क्वेश्चन पेपर विजार्ड का उपयोग करेगी।
नयी दिल्ली:
भारतीय रेल इस साल एक लाख से ज्यादा लोगों की भर्तियां करने की योजना बना रहा है, जो दुनिया में अब तक की सबसे बड़ी भर्ती मानी जा रही है। रेलवे ने इसके लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने की खातिर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को तकनीकी साझेदार बनाया है।
रेलवे भर्ती बोर्ड को सहायक लोको पायलटों (एएलपी) और तकनीशियंस (लेवल-2) की 26,502 रिक्तियों के लिए करीब 47.5 लाख आवेदन मिले हैं। इसके साथ ही लेवल-1 (पूर्व में ग्रुप डी) की 62,907 रिक्तियों के लिए 1.9 करोड़ आवेदन प्राप्त हुए हैं।
रेलवे के एक अधिकारी ने कहा, ‘हमने परीक्षा आयोजित कराने का अनुबंध टीसीएस को दिया है और वह अपनी भर्ती प्रकोष्ठï टीसीएस आईऑन के माध्यम से परीक्षा संचालित करेंगे।’
निजी क्षेत्र की दो अन्य कंपनियां बैक-एंड परिचालन का प्रबंधन करेंगी। प्रत्येक उम्मीदवार के लिए समान स्तर के कठिन सवालों के साथ अनूठा प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए टीसीएस क्वेश्चन क्रिएशन विजार्ड और क्वेश्चन पेपर विजार्ड का उपयोग करेगी।
टीसीएस के इसमें शामिल होने से रेलवे परीक्षा प्रक्रिया को डिजिटल बनाना चाहती है ताकि प्रश्न पत्रों के लीक होने जैसे मामलों से बचा जा सके और इसके परिणाम भी तेजी से आ सकेंगे।
इसके अतिरिक्त कंपनी की सॉफ्टवेयर प्रणाली सूचना को साझा करने के लिए 128-बिट कूटलेखन के साथ सुरक्षा फीचर को बढ़ाएगी। इससे सबसे सुरक्षित कूटलेखन विधि माना जाता है।
रेलवे के मुताबिक पिछली चार परीक्षाओं को कंप्यूटर पर आयोजित करने से 31 अरब रुपये मूल्य के कागज की बचत हुई और करीब 4 लाख पेड़ों को कटने से बचाया जा सका है। रेलवे ने वर्ष 2016 में कंप्यूटराइज्ड परीक्षा की शुरुआत की थी।
सहायक लोको पायलट एवं तकनीशियन के पद के लिए 9 अगस्त को होने वाली परीक्षा में 47 लाख उम्मीदवारों में से 71 फीसदी से ज्यादा को उनके शहरों से 200 किलोमीटर के दायरे में परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं। उन्नत प्रणाली के तहत परीक्षा केंद्रों में क्लोज सर्किट कैमरे, मोबाइल जैमर और मेटल डिटेक्टर जैसे सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
टीसीएस ने 2016 में रेलवे के लिए करीब 18,000 लोगों की भर्ती प्रक्रिया आयोजित की थी।
उस समय 92 लाख लोगों ने आवेदन किया था।
अधिकारियों के मुताबिक टीसीएस का चयन कठिन बोली प्रक्रिया के तहत किया गया था, जिसमें प्रतिभागियों के सालाना कारोबार 15 करोड़ रुपये के साथ पूर्व अनुभव की शर्तें लगाई गई थीं।
परीक्षा 500 केंद्रों पर 15 विभिन्न भाषाओं में करीब एक महीने के दौरान पूरी की जाएगी। इसमें एक से डेढ़ लाख कंप्यूटरों का इस्तेमाल होगा।
परीक्षा में गणित, सामान्य बुद्घिमत्ता, तर्कशक्ति, सामान्य विज्ञान और सामान्य ज्ञान जैसे विषयों के 100 सवाल पूछे जाएंगे।
(साभार- बी.एस.)
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