MP की 47 सीटों पर निकलेगी 'आदिवासी अधिकार यात्रा', बिगाड़ सकती है चुनावी गणित
जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन 'जयस' आदिवासी समुदायों को जागरूक करने के लिए आदिवासी अधिकार यात्रा का आगाज करने जा रही है. 29 जुलाई को आदिवासी अधिकार यात्रा रतलाम से शुरू हो रही है.
कुल 47 आदिवासी प्रभाव वाली सीटों पर निकाली जाएगी.
-29 जुलाई से शुरू हो रही है जयस की आदिवासी अधिकार यात्रा
-प्रदेश की 21 प्रतिशत आदिवासी आबादी पर जयस का है खास प्रभाव
-पिछले लंबे समय से 5वीं अनुसूचि के मसले पर आदिवासियों को जोड़ने में लगा जयस
-झाबुआ, अलिराजपुर, धार, बड़वानी, खरगौन व खंड़वा के आदिवासी अंचलो में संगठन की गहरी पैठ
-अब तक आदिवासी क्षेत्र की 47 सीटों में 32 पर बीजेपी और 15 पर कांग्रेस का कब्जा
-सामान्य वर्ग की भी करीब 31 सीटें जहां आदिवासी वोटर्स निर्णायक साबित होते हैं.
जयस की मांग
-5वीं अनुसूचि के सभी प्रावधानों को सख्ती से लागू किया जाए
-वन अधिकार कानून 2006 के सभी प्रावधानों को धरातल पर लागू किया जाए
-जंगल में रहने वाले आदिवासियों को स्थायी पट्टा दिया जाए
-ट्रामबल सब प्लान के पैसे अनुसूचित क्षेत्रों की समस्याओं को दूर करने में खर्च हों
भोपाल (म. प्र.): मध्य प्रदेश में BJP-कांग्रेस की जन आशीर्वाद, जन जागरण यात्रा के बाद अब आदिवासी युवा शक्ति संगठन जयस यात्रा कर प्रदेश की 21 प्रतिशत आबादी को साधने की तैयारी में है.
दरअसल, चुनावी साल में मतदान की तारीख करीब आते ही प्रदेश में यात्राओं का दौर शुरू हो गया है.
एक तरफ सीएम शिवराज ने वोट साधने और अपनी योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए जन आशीर्वाद यात्रा के रथ की कमान थाम ली है, तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी के शासनकाल और घोषणाओं की पोल खोलने के लिए जनजागरण अभियान में जान झोंक रखी है.
इसी कड़ी में अब जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन 'जयस' आदिवासी समुदायों को जागरूक करने के लिए आदिवासी अधिकार यात्रा का आगाज करने जा रही है.
29 जुलाई को आदिवासी अधिकार यात्रा रतलाम से शुरू हुयी है, जो मालवा निमाड़ की आदिवासी सीटों से होती हुई महाकौशल पहुंचेगी.
जयस की इस यात्रा पर BJP का कहना कि कोई भी छोटी या क्षेत्रीय पार्टी BJP के वोटबैंक को प्रभावित नहीं कर सकती क्योंकि बीजेपी ने आदिवासियों के विकास के लिए जितना किया है उतना किसी पार्टी ने नहीं किया है. वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाए कि बीजेपी की सरकार आदिवासी समाज को न्याय देने में फेल हुई है.
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