महिला आरक्षण बिल के बदले तीन तलाक-हलाला पर हमें सपोर्ट करें: राहुल गांधी से सरकार
केंद्रीय मंत्री ने कहा हम महिला आरक्षण बिल का समर्थन करते हैं लेकिन महिलाओं के लिए सिर्फ आरक्षण ही क्यों, ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दे पर कांग्रेस चुप क्यों हैं, इन विषयों पर भी पार्टी अपना पक्ष रखे.
नयी दिल्ली, 17 जुलाई: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक दिन पहले ही महिला आरक्षण बिल को बिना किसी शर्त के समर्थन देने की घोषणा की है. इसके जवाब में मंगलवार को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन्हें पत्र लिखकर तीन तलाक और निकाह हलाला मामलों में कांग्रेस का समर्थन मांगा है.
प्रसाद ने लिखा, “एक 'नई डील' के तहत हम सभी को संसद को दोनों सदनों में महिला आरक्षण बिल को पास करना चाहिए. इसके साथ ही तीन तलाक के खिलाफ कानून भी पास करना चाहिए और निकाह हलाला को भी बैन करना चाहिए.”
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने 1998 और 1999 में महिला आरक्षण बिल पेश किया था लेकिन विपक्ष के विरोध के कारण यह बिल पास नहीं हो सका. गौरतलब है कि एनडीए सरकार ने 2002 में एक बार और 2003 में दो बार महिला आरक्षण बिल पेश किया, लेकिन बहुमत होने के बावजूद बिल पास नहीं करवाया जा सका.
हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष्ा राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिठ्ठी लिखी थी. राहुल ने चिट्ठी में लिखा था कि महिला आरक्षण बिल को आगामी मानसून सत्र में ही पास कराया जाए. राहुल ने पीएम से कहा कि लोकसभा में उनका बहुमत है, ऐसे में वे 2014 के अपने चुनावी घोषणापत्र के वादे को पूरा करें.
(साभार- न्यूज़- 18)
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