पुरुष मतदाता को बना दिया महिला तो किसी का मकान नंबर नहीं डाला
भोपाल, 15 जुलाई: भोपाल जिले की सातों विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची की जांच कर चुके ईआरओ व एसडीएम के लिए भारत निर्वाचन आयोग का नया साफ्टवेयर ईआरओ नेट-2.0 ने नई समस्याएं पैदा कर दी हैं। जैसे ही मतदाता सूची को साफ्टवेयर में अपलोड किया गया, वैसे ही उसने ढेरों खामियां दिखानी शुरू कर दी हैं।
साफ्टवेयर बता रहा है कि किसी पुरुष मतदाता को महिला तो किसी महिला को पुरुष बना दिया है। किसी मतदाता के पिता का नाम दर्ज नहीं है तो किसी का पता गलत है। ऐसी खामियों को साफ्टवेयर लॉजीकल एरर नाम दे रहा है। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लॉजीकल एरर की संख्या 300 से 1000 के बीच है। इधर परेशान ईआरओ व एईआरओ मतदाता सूची में फिर से सुधार करने में जुट गए हैं।
यह खामियां कर रही परेशान
ईआरओ नेट-2.0 साफ्टवेयर एक जैसे नाम व फोटो वाले मतदाताओं की सूची के साथ एक जैसे मिलते-जुलते फोटो वाले मतदाताओं की सूची भी खामियों के तौर पर सामने रख रहा है। एक जैसे फोटो वाले मतदाता 3 से लेकर 25 तक सामने आ रहे हैं। इसमें 10 साल की लड़की भी सामने आ रही है तो 30 साल की महिला तथा 80 साल की बुजुर्ग भी। तीनों के फोटो भी अलग-अलग हैं और फोटो से तीनों की शारीरिक अवस्था के बारे में अलग से पता चलता है, लेकिन साफ्टवेयर है कि नाक, आंख, कान, गाल, गला, बाल आदि के माध्यम से फोटो को मिलता-जुलता बता रहा है। अब अधिकारी ऐसी खामियों को देखकर परेशान हैं। ऐसी खामियां प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 12 हजार से ज्यादा सामने आई हैं।
लॉजीकल एरर (Lodgical Error):-
- 100 साल के मतदाता कितने हैं, उनके फोटो यदि जवानी के समय वाले लगे हों तो उसे पकड़ रहा है।
- 30 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियों को एरर में रख रहा है।
- लड़कियों में पिता या पति का नाम गलत तो दर्ज नहीं है।
- यदि वोटर के रिलेशन में कुछ नहीं लिखा है तो उसे प्रदर्शित कर रहा है।
- वोटर के पिता या पति का नाम, मकान नंबर दर्ज नहीं है।
- मतदाता सूची में जिस वोटर के पते में मकान नंबर 00 दर्ज है।
- महिला वोटर के नाम के नीचे वर्ग में पुरुष लिखा है तथा पुरुष वोटर के नाम के नीचे वर्ग में महिला दर्ज है।
(साभार- नई दुनिया)
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