स्वच्छ यमुना अभियान में शामिल हुआ तराई वेलफेयर एसोसिएशन
दिल्ली, 15 जुलाई: स्वस्थ्य पर्यावरण के लिए स्वच्छता जरूरी है इस विचार को मूर्त रूप देते हुए राष्ट्रीय राजधानी में यमुना की सफाई को लेकर चल रहे स्वच्छ यमुना अभियान के तहत तराई वेलफेयर एसोसिएशन के युवाओं ने धार्मिक, सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण व बहुउपयोगी नदी यमुना की सफाई कर समाज मे स्वच्छता का सन्देश दिया।
संस्कृति में नदियों के पौराणिक महत्व को बताते हुए कहा गया है कि "ऋषि सारस्वतं तोस्यं सप्ताहेनतु यामुनम सधयः पुनाति गांगेयं दर्शनादैवुतम नार्मदम" अर्थात सरस्वती नदी का पावन जल तीन दिन में यमुना नदी का जल एक सप्ताह में मानव जाति को पवित्र कर देता है।
गंगा नदी का जल तुरत असर दिखाता है तो नर्मदा जल दर्शनमात्र से पवित्र कर देता है।सहित्यधर्मियो, रचनाकारों व अन्य विद्वानों ने इन नदियों को सम्पूर्ण विश्व की माताओं की संज्ञा दी है।
व्रज क्षेत्र की आस्था का प्रतीक यमुना नदी को मैला होता देख एम्स के डॉक्टर विवेक दीक्षित ने स्वच्छ करने की ठानी।2013 में चिकित्सकों, अधिवक्ताओं, वैज्ञानिकों, समाजसेवियों व अन्य गणमान्य लोगों की मदद से यमुना को स्वच्छ करने का अभियान चलाया।
यमुना सफाई के जुनून में डॉ दीक्षित आगे चलते गए कारवां बनता गया।उन्होंने स्वच्छता का यह जनजागरण सामाजिक संचार माध्यमों पर भी किया और फ़ेसबुक पर यमुना स्वच्छता अभियान नामक पेज बना कर नदी सफाई के रचनात्मक प्रयास जारी रखे।
इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए तराई विकास व पहचान को लेकर सहयोग, सामंजस्य, उत्थान के नारे के साथ सक्रिय तराई वेलफेयर एसोसिएशन ने शनिवार का दिन यमुना सफाई को समर्पित किया।
आईटीओ पुल के नीचे छठ घाट पर एकत्र हुए तराई मित्रो ने नदी व घाट सहित उसके आसपास के स्थान को विधिवत साफ किया।
इस बीच तराई वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने तराई क्षेत्र की उल नदी की सफाई का संकल्प लेते हुए शारदा नदी की सफाई व बाढ़ पीड़ितों की मदद की भी प्रतिज्ञा ली।
इस स्वच्छता अभियान में प्रमुख रूप से रीवर डॉक्टर विवेक दीक्षित, पूर्व छत्रसंघ अध्यक्ष हिमांशू तिवारी, युवा समाजसेवी विवेक श्रीवास्तव, योगगुरु मंगेश त्रिवेदी, विशाल श्रीवास्तव, उदित त्रिवेदी, आशुतोष कंडवाल, अनुराग पांडेय, अभिषेक रायजादा, विशाल कुंद्रा, गगन मेहरोत्रा समेत दर्जनों समाजसेवी मौजूद रहे।
अनिल श्रीवास्तव
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