गर्मी से दशहरी हुआ बेदम
लखनऊ, 30 जून: पहले कीटों के प्रकोप, आंधी-तूफान ने परेशानी बढ़ाई और अब बेतहाशा गर्मी ने उत्तर प्रदेश की फल पट्टïी के कारोबारियों का दिवाला निकाल दिया है। गर्मी के चलते दशहरी आम खराब होने लगा है और लागत निकालने के चक्कर में बागवान जल्द से जल्द इसे बाजार में भेज रहे हैं। दशहरी की बढ़ी आवक और गर्मी के चलते खराब हो रही फसल का असर कीमतों पर पड़ा है। उम्मीद के विपरीत इस बार बाजार में आम की कीमत बीते साल के मुकाबले काफी कम हो गई है। हालत यह है कि दशहरी का भाव आलू, टमाटर और प्याज से भी सस्ता हो गया है। लखनऊ के थोक बाजार में दशहरी आम 10 रुपये किलो और दशहरी की सबसे उम्दा किस्म 15 से 20 रुपये किलो बिक रही है जबकि आलू 25 रुपये, प्याज 20 रुपये और टमाटर 40 रुपये किलो बिक रहा है। आने वाले दो-तीन दिन में बारिश ने जोर नहीं पकड़ा तो आम के दाम और भी नीचे जा सकते हैं। सामान्य दिनों में 15 जून को बारिश के बाद दशहरी डाल पर पकने लगता है और सात दिन तक ठीक रहता है। लेकिन गर्मी की वजह से इस बार दशहरी को तीन दिन तक भी टिकना मुश्किल हो गया है। कारोबारियों का कहना है कि दिल्ली को छोड़ दें तो पंजाब और मुंबई के आढ़ती ज्यादा माल लेने को तैयार नहीं हो रहे हैं। कारोबारियों का कहना है कि अच्छी मांग के बावजूद इस बार पहले के मुकाले आधा आम भी दिल्ली, पंजाब और मुंबई की मंडियों में नहीं जा पा रहा है।
मलिहाबाद के बड़े कारोबारी नफीस नर्सरी के शबीहुल हसन के मुताबिक दशहरी के सीजन की शुरुआत ही इस बार खराब हुई। देश के कई हिस्सों में चल रहे किसान आंदोलन के चलते शुरुआती दिनों में माल बाहर के राज्यों में नहीं भेजा जा सका और अब गर्मी ने हालात खराब कर दी है। शबीहुल का कहना है कि एक तो पहले से इस बार कमजोर फसल थी उसके ऊपर आंधी ने मारा और अब जून के आखिर तक बारिश न होने से दशहरी खराब हो रही है। मैंगो ग्रोअर्स एसोसिएशन ने रबी-खरीफ की फसलों की तर्ज पर किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। एसोसिएशन का कहना है कि फसल बीमा के दायरे में आम को भी लाया जाए ताकि बागवान साल दर साल होने वाले नुकसान से बच सकें।
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