अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) ने आईआईएमएल-ईआईसी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए: आईएफएससी प्राधिकरण
एमओयू का उद्देश्य फिनटेक और टेकफिन इकाइयों को सहायता और सुविधा प्रदान करने हेतु सहयोग की रूपरेखा तैयार करना है
नई दिल्ली (PIB): अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) और आईआईएमएल-ईआईसी ने आज उत्तर प्रदेश में आईआईएम (भारतीय प्रबंधन संस्थान) लखनऊ ईआईसी, नोएडा परिसर में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य फिनटेक और टेकफिन इकाइयों को सहायता और सुविधा प्रदान करने में सहयोग के लिए आईएफएससीए और आईआईएमएल-ईआईसी के बीच सहयोग और समझ की रूपरेखा तैयार करना है।
आईएफएससीए, आईएफएससी में बीमा क्षेत्र सहित अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के विकास और विनियमन के लिए उत्तरदायी है, जिसे एक अलग अंतरराष्ट्रीय वित्तीय क्षेत्राधिकार माना जाता है, जो शेष भारत से अलग है। आईएफएससीए का लक्ष्य एक मजबूत वैश्विक संपर्क विकसित करने और भारतीय अर्थव्यवस्था की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ क्षेत्रीय/वैश्विक स्तर पर एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय मंच के रूप में सेवा करना है।
आईआईएमएल-ईआईसी -आईआईएमएल-ईआईसी भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ द्वारा स्थापित और राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्यमिता विकास बोर्ड ("एनएसटीईडीबी"), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ("डीएसटी"), भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा समर्थित है। आईआईएमएल ईआईसी एक्सेलरेटर प्रोग्राम, सीड कैपिटल, कॉर्पोरेट वेंचर कैपिटल फंड, स्मार्ट को-वर्किंग स्पेस, कॉर्पोरेट मार्केट एक्सेस, मेंटरिंग और प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजन के माध्यम से प्रौद्योगिकी / उत्पाद के सफल व्यावसायीकरण के लिए नए उद्यमों को गति और त्वरित विकास प्रदान करने पर केंद्रित है।
यह समझौता ज्ञापन फिनटेक के संबंध में विविध पहलों पर सहयोग और सहभागिता को सक्षम बनाएगा। आईआईएमएल ईआईसी के साथ पंजीकृत फिनटेक को आईएफएससीए के नियामक और नवाचार सैंडबॉक्स तक पहुंच कायम करने और आईएफएससीए (फिनटेक प्रोत्साहन) योजना, 2022 पर आवेदन की सुविधा दी जा सकती है।
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