'समृद्ध सहयोग के माध्यम से अनुसंधान को मजबूती, नवाचार को बढ़ावा' विषय पर जी20 एडडब्ल्यूजी की दूसरी बैठक और संगोष्ठी अमृतसर में आयोजित होगी: शिक्षा मंत्रालय
नई दिल्ली (PIB): शिक्षा मंत्रालय द्वारा 15 से 17 मार्च, 2023 तक पंजाब के अमृतसर में दूसरी एजुकेशन वर्किंग ग्रुप (एडडब्ल्यूजी) की बैठक के आयोजन की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। संगोष्ठी/प्रदर्शनी और कार्यकारी समूह की बैठकों सहित तीन दिनों तक आयोजित कार्यक्रम में जी20 के 28 सदस्य देश, अतिथि देश और आमंत्रित संगठन (ओईसीडी, यूनेस्को और यूनिसेफ) भाग लेंगे।
आईआईएससी बेंगलुरु, आईआईएम अमृतसर और टीआईएसएस मुंबई जैसे प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थानों के सहयोग से आईआईटी रोपड़ द्वारा खालसा कॉलेज में 'समृद्ध सहयोग के माध्यम से अनुसंधान को मजबूती और नवाचार को बढ़ावा' पर सेमिनार आयोजित किया जाएगा। 15 मार्च को संगोष्ठी 'जी20 देशों में अनुसंधान पहल' पर आईआईएससी बेंगलुरु के निदेशक प्रो. गोविंदन रंगराजन की प्रस्तुति के साथ शुरू होगी, जिसमें जी20 सदस्यों और संगोष्ठी में आमंत्रित देशों द्वारा प्रदान किए गए इनपुट होंगे। संगोष्ठी में दो पैनल चर्चाएं भी शामिल होंगी, जिनमें से एक 'उभरती और विध्वंसक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान, उद्योग- 4.0' पर आईआईटी रोपड़ के निदेशक प्रो. राजीव आहूजा की अध्यक्षता में होगी, और दूसरी 'सतत विकास लक्ष्य को लेकर अनुसंधान' विषय पर होगी। इसकी अध्यक्षता टीआईएसएस मुंबई की निदेशक डॉ. शालिनी भरत करेंगी। पैनल चर्चा में फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, भारत, ओमान, दक्षिण अफ्रीका, यूनिसेफ, चीन और यूएई की भागीदारी भी होगी।
संगोष्ठी के साथ-साथ एक मल्टीमीडिया प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी, जो भाग लेने वाले देशों को उद्योगजगत, शिक्षाविदों के साथ अनुसंधान, नवाचार, सहयोग और साझेदारी में सर्वोत्तम तौर-तरीकों को व्यक्तिगत उपस्थिति से दर्शाने का अवसर प्रदान करेगी। प्रदर्शनी में यूएई, चीन और सऊदी अरब, एनएसडीसी, एनसीईआरटी, नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडियन नॉलेज सिस्टम्स डिवीजन (आईकेएस) और कई स्टार्ट-अप पहलों की प्रमुख भागीदारी के साथ 90 से अधिक स्टॉल होंगे। प्रदर्शनी 16 से 17 मार्च, 2023 तक स्थानीय संस्थानों, छात्रों, शिक्षाविदों और अनुसंधानकर्ताओं के लिए भी खुली रहेगी।
16-17 मार्च को होने वाली 2 दिनों तक चलने वाली बैठक चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी। वे हैं:-
• विशेष रूप से मिश्रित शिक्षा के संदर्भ में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करना
• हर स्तर पर तकनीक से समर्थित शिक्षा को अधिक समावेशी, गुणात्मक और सहयोगी बनाना
• कार्य के भविष्य के संदर्भ में क्षमता निर्माण, आजीवन शिक्षण को बढ़ावा देना
• समृद्ध सहयोग और साझेदारी के माध्यम से अनुसंधान को मजबूत करना, नवाचार को बढ़ावा देना
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री के. संजय मूर्ति बैठकों की अध्यक्षता करेंगे, जबकि विद्यालय शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव श्री संजय कुमार, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी वैकल्पिक अध्यक्ष के तौर पर होंगे। बैठक और संगोष्ठी में 28 देशों के 55 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है, जहां वे अनुसंधान और नवाचार को मजबूत करने के लिए अपने सर्वोत्तम तौर-तरीकों को साझा करेंगे। अंतिम मंत्रिस्तरीय बैठक में साझा किए जाने वाले अंतिम घोषणा दस्तावेज का मसौदा तैयार करने के लिए 4 एडडब्ल्यूजी बैठकों के निष्कर्ष आवश्यक होंगे। यह दस्तावेज कई शैक्षिक और रोजगार के अवसरों के विकास के लिए एक दिशानिर्देश के रूप में काम करेगा। एडडब्ल्यूजी बैठकें, भाग लेने वाले देशों और संगठनों को शैक्षिक सहयोग को मजबूत करने और सहयोग के नए अवसरों पर चर्चा करने का अवसर भी प्रदान करेंगी।
प्रतिनिधियों को 17 मार्च को एडडब्ल्यूजी बैठकों के भ्रमण घटक के रूप में स्वर्ण मंदिर ले जाया जाएगा। पंजाब की जीवंत संस्कृति को उजागर करने के लिए जी20 बैठकों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी योजना बनाई गई है।
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