CM योगी, UPSSCL की लक्ष्मीगंज चीनी मिल और अन्य चीनी मिलों की स्थिति के बारे मे बताएं कि, ये चीनी मिलें कब चलेंगी और किसान व क्षेत्रीय जनता की भूखमरी कब ख़त्म होगी?-
कुशीनगर / लखनऊ: सबसे विकसित शहर गोरखपुर के पड़ोसी क्षेत्र लक्ष्मीगंज व कुशीनगर जिले के गन्ना बाहुल क्षेत्रों में UPSSCL की लक्ष्मीगंज चीनी मिल और अन्य चीनी मिलों के बंद होने व गन्ना का समय से भुगतान नहीं होने के कारण किसान, मजदूर, बेरोजगार व क्षेत्र की जनता भूखमरी की शिकार हो रही है तथा किसान गन्ना का भुगतान समय से नहीं होने के कारण गन्ना भी बोना बंद करते चले जा रहे हैं।
"#उत्तर प्रदेश के विशेषकर कुशीनगर जिले में आज एक प्रश्न तेजी से गूँज रहा है कि, UPSSCL की लक्ष्मीगंज चीनी मिल और अन्य चीनी मिलों की स्थिति के बारे में CM योगी जी बताएं कि ये चीनी मिलें कब चलेंगी और उनकी भुखमरी कब ख़त्म होगी ?-" आज इसी प्रश्न को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी के सामने हमारे संपादक - सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव जो "समतामूलक समाज निर्माण मोर्चा" के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं, ने मुख्यमंत्री से वार्ता हेतु समय नहीं मिल पाने के कारण ट्वीट कर जनता की आआवाज को उठाया है और मुख्यमंत्री के विकास के ट्वीट - ["जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किये गए विकास के ट्वीट में बताया गया है कि, NCR को छोड़ दें तो जितना निवेश गोरखपुर में हुआ है, कहीं और नहीं दिखता। गोरखपुर वह शहर है, जहां AIIMS व मेडिकल कॉलेज की सुविधा है। सड़क, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने के साथ ही, रामगढ़ताल के सुंदरीकरण, चिड़ियाघर के निर्माण जैसे कार्य हुए हैं। ₹8,600 करोड़ से बना खाद कारखाना, ₹1,100 करोड़ से बना AIIMS, BRD मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक, रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर के साथ ही गोरखपुर में 04 विश्वविद्यालय हैं। रोड कनेक्टिविटी के साथ ही यहां बेहतरीन एयर कनेक्टिविटी भी है। गोरखपुर से प्रमुख शहरों के लिए 14 फ्लाइट फुल होकर चलती हैं। सुदृढ़ कानून व्यवस्था के परिणामस्वरूप विकास की प्रक्रिया के साथ व्यापार भी तीव्र गति से आगे बढ़ा है।"], के उत्तर में सर्वोच्च न्यायलय और उच्च न्यायलय के आदेशों और मुख्यमंत्री को उनके कथन की याद दिलाते हुए पूछा है कि, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी से भूखमरी की शिकार हो रही कुशीनगर जिले की जनता और आंदोलनरत किसान व क्षेत्रीय जनता जानना चाहती है कि, UPSSCL की लक्ष्मीगंज चीनी मिल और अन्य चीनी मिलों की स्थिति के बारे में बताएं कि ये चीनी मिलें कब चलेंगी और उनकी भुखमरी कब ख़त्म होगी ?-
हमारे संपादक सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री - योगी को भेजे ट्वीट में लिखा कि_-
CM योगी जी,
कृपया UPSSCL की लक्ष्मीगंज चीनीमिल & अन्य चीनीमिलों की स्थिति के बारे में बताएं जिसे मा. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश दि: 27.9.2021 और मा. उच्च न्यायालय, इलाहाबाद आदेश/निर्णय दि: 1.4.2010 के अनुपालन में चलाने की आपके सरकार/पार्टी और आपकी 'बाध्यता और कटिबध्यता' दोनों थी।
CM योगी जी,
जनता और आंदोलनरत किसान व क्षेत्रीय जनता जो भूखमरी की शिकार हो रही है, जानना चाहती है। CM योगी जी, ज्ञातव्य हो कि, CM के रूप में आपके ही आदेश पर उ.प्र. सरकार ने 'बसपा सरकार द्वारा मा. उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के आदेश/निर्णय दिनांक 01 अप्रैल 2010 (Civil Misc W P No. 39850 Of 2009) के बिरुद्ध मा.सर्वोच्च न्यायलय में दायर अपील CIVIL APPEAL Nos 8198-8199 OF 2010 को वापस लेने की प्रार्थना की थी, जिसे मा.सर्वोच्च न्यायालय ने दि:27.9.2021 को I A No. 179573 2018 ko Allow करते हुए CIVIL APPEAL Nos 8198-8199 OF 2010 को Dismissed as Withdrawn किया था।
CM योगी जी,
— S N Srivastava, Editor (@SBNews2017) November 6, 2022
कृपया UPSSCL की लक्ष्मीगंज चीनीमिल & अन्य चीनीमिलों की स्थिति के बारे में बताएं जिसे मा. सर्वोच्च न्यायालय के आदेश दि: 27.9.2021 और मा. उच्च न्यायालय, इलाहाबाद आदेश/निर्णय दि: 1.4.2010 के अनुपालन में चलाने की आपके सरकार/पार्टी और आपकी 'बाध्यता और कटिबध्यता' दोनों थी। https://t.co/pbFMnLe2mo pic.twitter.com/34Zupo9uPH
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— S N Srivastava, Editor (@SBNews2017) November 6, 2022
CM योगी जी,
जनता और आंदोलनरत किसान व क्षेत्रीय जनता जो भूखमरी की शिकार हो रही है, जानना चाहती है।
CM योगी जी,
ज्ञातव्य हो कि, CM के रूप में आपके ही आदेश पर उ.प्र. सरकार ने 'बसपा सरकार द्वारा मा. उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के आदेश/निर्णय दिनांक 01 अप्रैल 2010 (Civil Misc W P No.
39850 Of 2009) के बिरुद्ध मा.सर्वोच्च न्यायलय में दायर अपील CIVIL APPEAL Nos 8198-8199 OF 2010 को वापस लेने की प्रार्थना की थी, जिसे मा.सर्वोच्च न्यायालय ने दि:27.9.2021 को I A No. 179573 2018 ko Allow करते हुए CIVIL APPEAL Nos 8198-8199 OF 2010 को Dismissed as Withdrawn किया था। pic.twitter.com/bvpiaPBhLt
— S N Srivastava, Editor (@SBNews2017) November 6, 2022