आईसीएटी ने उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए: भारी उद्योग मंत्रालय
एमओयू से दोनों पक्षों को ऑटोमोटिव खंड में कौशल विकास को बढ़ावा देने से संबंधित पाठ्यक्रम डिजाइन करने में मदद मिलेगी.
अनुसंधान का मूलभूत क्षेत्र इलेक्ट्रिक वाहन होंगे.
नई-दिल्ली (PIB): भारी उद्योग मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि, इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) ने इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और संबंधित उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में उद्योग की आवश्यकता के अनुसार अल्पकालिक और मध्यावधि पाठ्यक्रमों और अनुसंधान का संचालन करने के लिए उद्योग-शैक्षणिक साझेदारी को संवर्धित करने के लिए नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी (एनसीडब्ल्यू) गुरुग्राम के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एमओयू पर आईसीएटी की कार्यवाहक निदेशक श्रीमती पामेला टिक्कू और एनसीयू की कुलपति प्रो. नूपुर प्रकाश ने दोनों संगठनों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर श्रीमती पामेला टिक्कू ने अपने संबोधन में कहा कि हम सहयोग के माध्यम से इलेक्ट्रोनिक मोबिलिटी के उभरते क्षेत्र के लिए आवश्यक कौशलों के विकास के लिए दीर्घकालिक संबंधों की आशा कर रहे हैं और आईसीएटी के संसाधनों के कौशल में सुधार की भी अपेक्षा कर रहे हैं।
प्रो. नूपुर प्रकाश ने अपने संबोधन में कहा, ‘ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कॉन्टेंट विकसित करने की एनसीयू की उत्कृष्ट दक्षता के साथ आईसीएटी की विशेषज्ञता के योग की परिणति इच्छुक उम्मीदवारों के लिए लचीले पाठ्यक्रम पैकेज के रूप में होगी, इस प्रकार वे भारत में ऑटोमोटिव क्षेत्र के विविध क्षेत्रों के लिए तैयार होने में समर्थ हो सकेंगे।’
इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) भारी उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत एनएटीआरआईपी (एनएबी) इम्पलीटेशन सोसाइटी (एनएआईटीएस) के प्रभाग के रूप में 1996 से मानेसर में स्थित है।
यह ऑटोमोटिव तथा उनके महत्वपूर्ण सुरक्षा संघटकों के परिक्षण और प्रमाणन लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अधिसूचित केन्द्रीय मोटर वाहन नियम (सीएमवीआर) के अंतर्गत स्वतंत्र जांच एजेंसियों में से एक है।
नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी (एनसीयू) की स्थापना 1996 में गुरुग्राम में की गई थी। एनसीयू राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) 'ए' मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी है। इस यूनिवर्सिटी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के तहत इंजीनियरिंग श्रेणी में शीर्ष 100 में स्थान दिया गया है।
इस संस्थान को नवाचार उपलब्धियों पर संस्थानों की अटल रैंकिंग, 2021 (एआरआईआईए) में भारत के शीर्ष 30 विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालयों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली यूनिवर्सिटी के रूप में भी पुरस्कृत किया गया है। यह यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग, प्रबंधन, अनुप्रयुक्त विज्ञान और विधि जैसे विषयों में विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम संचालित करती है। एनसीयू, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह यूनिवर्सिटी भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) की सदस्य है। इसके अलावा यह यूनिवर्सिटी राष्ट्रमंडल विश्वविद्यालय संघ (एसीयू), यूके की भी सदस्य है।
अमेरिकन सोसाइटी फॉर क्वालिटी (आई) प्राइवेट लिमिटेड के सदस्य होने के अतिरिक्त एनसीयू को एक्रिडेशन सर्विसेज फॉर इंटरनेशनल कॉलेजेस (एएसआईसी), यूके द्वारा 'प्रीमियर' विश्वविद्यालयों की श्रेणी में 'कमेंडेबल' ग्रेड के साथ मान्यता प्राप्त है।
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