जर्मनी में जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद यूएई रवाना हुए प्रधानमंत्री मोदी
म्यूनिख: भाषा द्वारा प्रकाशित समाचारों में बताया गया है कि, 28 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जर्मनी में जी7 शिखर सम्मेलन में, वैश्विक चुनौतियों के स्थायी समाधानों पर दो दिन तक चलीं उपयोगी वार्ताओं में हिस्सा लेने के बाद मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए रवाना हुए।
मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन से इतर विश्व के कई नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक कल्याण और समृद्धि को आगे बढ़ाने पर केंद्रित कई मामलों पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए की गई जर्मनी की यात्रा समाप्त की। इस दौरान उन्होंने वैश्विक चुनौतियों के स्थायी समाधानों पर दो दिन तक उपयोगी वार्ता की। प्रधानमंत्री मोदी अब अबू धाबी रवाना होंगे, जहां वह कुछ देर रुकेंगे। इसके बाद वह नयी दिल्ली पहुंचेंगे।’’
प्रधानमंत्री खाड़ी देश जाकर यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर व्यक्तिगत रूप से शोक व्यक्त करेंगे। नाहयान का लंबी बीमारी के बाद 13 मई को निधन हो गया था। वह 73 वर्ष के थे। नाहयान 2004 से सत्ता पर काबिज थे।
मोदी ने नाहयान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक ऐसा महान और दूरदर्शी राजनेता करार दिया था, जिनके नेतृत्व में भारत और यूएई के संबंध समृद्ध हुए।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘एक उपयोगी यात्रा के बाद जर्मनी से रवाना हो रहा हूं। इस यात्रा के दौरान मैंने जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लिया, दुनिया के कई नेताओं के साथ वार्ता की और म्यूनिख में एक यादगार सामुदायिक कार्यक्रम में शिरकत की। हमने वैश्विक कल्याण और समृद्धि को आगे बढ़ाने पर केंद्रित कई मुद्दों पर चर्चा की।’’
प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘‘मैं इस यात्रा में जर्मनी के लोगों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज और जर्मन सरकार को उनके आतिथ्य सत्कार के लिए धन्यवाद देता हूं। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में भारत-जर्मनी की दोस्ती नई ऊंचाइयों को छुएगी।’’
मोदी ने सोमवार को जी7 शिखर सम्मेलन के सत्र में हरित विकास, स्वच्छ ऊर्जा, स्थायी जीवन शैली और वैश्विक भलाई के लिए भारत के प्रयासों पर प्रकाश डाला। मोदी ने जर्मनी की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान ब्रिटेन, जापान और इटली के अपने समकक्षों से मुलाकात की और उनके साथ कई मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ भी मुलाकात की और इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में भारत तथा यूरोपीय संघ के सहयोग की समीक्षा की।
उन्होंने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ बैठक की और इस दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने समेत अनेक द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
मोदी ने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ के साथ भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने अपने-अपने नागरिकों एवं वैश्विक हितों के लिए द्विपक्षीय मित्रवत संबंधों को और मजबूत करने तथा आपसी रणनीतिक साझेदारी को गति प्रदान करने पर सहमति जताई।
इसके अलावा मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की और व्यापार एवं निवेश, खाद्य सुरक्षा, रक्षा, फार्मास्यूटिकल्स और डिजिटल वित्तीय समावेशन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और प्रगाढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने चाय पर विभिन्न द्विपक्षीय तथा वैश्विक विषयों को लेकर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिखर सम्मेलन परिसर में मैक्रों के अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से भी मुलाकात की।
इससे पहले, मोदी ने रविवार को यहां ऑडी डोम स्टेडियम में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया।
(साभार- भाषा)
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