जरा इधर भी दीजिए ध्यान, 30 दिन बाद मैदान पर होगी नए युग की शुरुआत
जरा इधर भी दीजिए ध्यान, 30 दिन बाद मैदान पर होगी नए युग की शुरुआतटूर्नामेंट की ट्रॉफी दिल्ली के बाद अन्य पांच शहरों के भ्रमण पर निकल चुकी है। इसे लेकर दर्शकों में भी खासा उत्साह है।नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। फीफा अंडर-17 विश्व का थीम सॉन्ग ‘करके दिखला दे गोल’ के लांच होने के साथ ही भारत में पहली बार हो रहे इस टूर्नामेंट की उल्टी गिनती शुरू हो गई। आज से ठीक तीस दिन बाद नई दिल्ली में इस टूर्नामेंट का आगाज होने के साथ ही 23 दिन तक गोल-गोल का शोर गूंजेगा।दिग्गज जमाएंगे रंगभारतीय फुटबॉल प्रशंसकों को अगले महीने से शुरू होने वाले विश्व कप से पूर्व बुधवार को डी वाइ पाटिल स्टेडियम में प्रदर्शनी मैच में दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ियों को देखने का मौका मिलेगा। इस मैच में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं रखा गया है। इस मैच में कार्लोस वाल्डेरामा, फर्नांडो मोरिनतेस, मार्सेल डेसाइली, जार्ज कैंपोस और एमानुएल एफ्युनेके जैसे दिग्गज रंग जमाएंगे।6 शहरों में खिलाड़ी दिखाएंगे दमदेश के छह शहर दिल्ली, मुंबई, गोवा, गुवाहाटी, कोच्चि और कोलकाता छह अक्टूबर से होने वाले इस मेगा इवेंट की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। साथ ही मेजबान टीम भी 32 साल में पहली बार इस वैश्विक टूर्नामेंट में दम दिखाने को बेताब है। टूर्नामेंट की ट्रॉफी दिल्ली के बाद अन्य पांच शहरों के भ्रमण पर निकल चुकी है। इसे लेकर दर्शकों में भी खासा उत्साह है।इस टूर्नामेंट में पहली बार खेलेंगे ये तीन देशतीन टीमें इस टूर्नामेंट में पहली बार पदार्पण करने जा रही हैं। इनमें मेजबान भारत के अलावा नाइजर और न्यू कैलेडोनिया शामिल हैं।स्पेनिश खिलाड़ी ने बांटा पहला टिकटइस मेगा इवेंट का पहला टिकट स्पेन के पूर्व फुटबॉलर कार्लोस पियोल ने शिबदास भादुड़ी के परिवार को दिया। शिबदास 1911 में आइएफए शील्ड जीतने वाली मोहन बागान की टीम के कप्तान थे।ओसियान की दो टीमें दिखाएंगी जलवापहली बार ओसियान की दो टीमों ने फीफा अंडर-17 विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया है। हालांकि इससे पहले 1999 में कंफेडरेशन की ओर से दो टीमों ने भाग लिया था, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने क्वालीफाई किया था, जबकि न्यूजीलैंड को मेजबान होने के नाते खेलने का हक मिला था।ईरान का अभी तक नहीं खुला खाता ईरान एकमात्र ऐसी टीम है जिसने अभी तक इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं जीता है। इससे पहले वह 2013 में खेली थी और कोई मैच नहीं जीत पाई थी।पहले ही टूर्नामेंट में बनें चैंपियनस्विट्जरलैंड और सोवियत यूनियन ही दो ऐसे टीमें हैं जो अपने पहले ही टूर्नामेंट में चैंपियन बनीं। दिलचस्प यह है कि टूर्नामेंट जीतने के बाद इनमें से कोई भी टीम दोबारा क्वालीफाई ही नहीं कर पाई।जब मेजबान ने सबको दी मातमेक्सिको एकमात्र ऐसा देश है जिसने मेजबान के रूप में यह खिताब जीता। वह 2011 के फाइनल में उरुग्वे को 2-0 से मात देकर चैंपियन बना था।लगातार दो बार जीता खिताबब्राजील और नाइजीरिया ही दो ऐसी टीमें हैं, जिन्होंने लगातार अंडर17 विश्व कप खिताब पर कब्जा किया। ब्राजील ने 1997 व 1999 में तो नाइजीरिया ने 2013 और 2015 में ऐसा किया।क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करेंअन्य खेलों की खबरों के लिए यहां क्लिक करेंBy Pradeep Sehgal Let's block ads! (Why?)