सूर्योपासना के महापर्व - जानिए क्यों की जाती है छठ पर सूर्य की पूजा और कौन हैं छठी मैया
सूर्योपासना के महापर्व पर स्वतंत्र भारत न्यूज़ परिवार की तरफ से आप सभी को छठ की ढेर सारी शुभकामनाएं।
जानिए क्यों की जाती है, छठ पर सूर्य की पूजा और कौन हैं छठी मैया
लखनऊ: सूर्योपासना के महापर्व पर स्वतंत्र भारत न्यूज़ परिवार की तरफ से आप सभी को छठ की ढेर सारी शुभकामनाएं। छठ मइया आप सभी को उत्तम स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि प्रदान करें।
छठ मईया आप सभी को लोकलुभावन वादों का सब्जबाग दिखाकर आपके धन को टैक्स व तमाम माध्यमों से लूटने वाले, राज्यसत्ता पर कब्जा करने वाले आर्थिक आतंकियों के विभिन्न रूपों को पहचानने की शक्ति दें|
हम छठ मईया से प्रार्थना करते हैं कि, सूर्योपासना के महापर्व पर छठी मइया हर किसी को उत्तम स्वास्थ्य और सुख-सौभाग्य प्रदान करें।"
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी सूर्योपासना के महापर्व को बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है।
जानिए क्यों की जाती है, सूर्योपासना के महापर्व- छठ पर सूर्य की पूजा और कौन हैं छठी मैया:
मान्यता है कि, सूर्योपासना के महापर्व- छठ का व्रत संतान की प्राप्ति और लंबी आयु के लिए किया जाता है।
इस व्रत को स्त्री-पुरुष दोनों ही करते हैं परन्तु इसमें पूरा परिवार और समाजसेवक भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय-खाय से छठ पर्व का आरंभ हो जाता है और षष्ठी तिथि को मुख्य छठ व्रत करने के बाद अगले दिन सप्तमी को उगते सूरज को जल देने के बाद व्रत का समापन किया जाता है। इस बार 8 नवंबर को नहाय-खाय से छठ व्रत का आरंभ हुआ था तथा अगले दिन 9 नवंबर को खरना किया गया था।
आज10 नवंबर की षष्ठी तिथि को मुख्य छठ पूजन किया जा रहा है और घाटों पर बहुत ही रौनक देखने को मिल रहा है।
अगले दिन कल 11 नवंबर सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पर्व के व्रत का पारणा किया जाएगा।
इस व्रत में मुख्य रूप से सूर्य की उपासना की जाती है और उगते वह अस्त होते सूर्य को जल दिया जाता है। इसी के साथ छठ के महापर्व में छठी मैया के पूजन का विधान है।
तो चलिए देखते हैं कि आज छठ की कुछ झलकियां: