मोदी ने कृषि बिल पर नही बल्कि किसानों के डेथ वारंट पर साइन किए हैं: संजय सिंह
लखनऊ: सिंधु बार्डर पर पहुंचे सांसद संजय सिंह ने कहा कि, कृषि बिल - डेथ वारंट है। प्रधानमंत्री ने कृषि बिल नहीं, किसानों के डेथ वारंट पर दस्खत किये हैं।
सांसद संजय सिंह ने वहाँ सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि, आज पूरे देश का किसान आंदोलनरत है। हमें पीड़ा होती है जब आप उन अन्नदाताओं को आतंकवादी कहते है, शहीद ये आजम भगत सिंह, शहीद उधम सिंह और शहीद लाला लाजपत राय के बंशजों को आतंकवादी कहते हैं। जो इन शहीदों के बंशजों को आतंकवादी कहते हैं, उन्हें एक मिनट भी सत्ता पर रहने का अधिकार नहीं है।
संजय सिंह ने उक्त जानकारी को ट्विटर पर साझा किया है।
संजय सिंह के उपरोक्त ट्वीट पर रीट्वीट करते हुए लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष- एस. एन. श्रीवास्तव ने लिखा है कि, "सांसद संजय सिंह ने सत्य कहा है कि, कृषि बिल - डेथ वारंट है"।
एस. एन. श्रीवास्तव ने अपने ट्वीट में कहा है कि, लोसपा के राष्ट्रीय संरक्षक- महान समाजवादी चिंतक- रघु ठाकुर पिछले दो दशक से भी अधिक समय से लगातार मांग कर रहे हैं कि, डा लोहिया के दाम बांधो नीति को लागू किया जाय तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय करना सरकारी एजेंसी के साथ-साथ प्राइवेट संस्थाओं और सभी लोगों पर बाध्यकारी हो तथा जो उससे कम में ख़रीदे, उसके लिए दंड का प्रावधान हो एवं क्रय मूल्य/ लागत और अधिकतम विक्रय मूल्य में एक और डेढ़ का अंतर हो।
लोसपा किसान आंदोलन का समर्थन करती है।
भाजपाई शहीदों के वंशजो को आतंकवादी कहते है, इन्हें सत्ता में रहने का अधिकार नही है। @SanjayAzadSln#किसान_विरोधी_सत्ता_छोड़ो pic.twitter.com/quOTzVUbRm
— Vivek Kumar (@vivektyagi_) December 26, 2020
लोसपा किसान आंदोलन का समर्थन करती है। https://t.co/SkyC3Scqzj pic.twitter.com/IROsVB2jnu
— सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष (उ• प्र•) (@LSPUP2016) December 26, 2020
तथा जो उससे कम में ख़रीदे, उसके लिए दंड का प्रावधान हो एवं क्रय मूल्य/ लागत और अधिकतम विक्रय मूल्य में एक और डेढ़ का अंतर हो। pic.twitter.com/Snm0FuunTV
— सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव, प्रदेश अध्यक्ष (उ• प्र•) (@LSPUP2016) December 26, 2020
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