उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों के ऊपर अधिकतम तापमान के 28 मई के बाद कम होने का अनुमान तथा 29 मई से गर्म हवा की स्थिति में उल्लेखनीय कमी आने की संभावना
अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम मानसून के और आगे बढ़ने के लिए स्थिति अनुकूल हो रही है.
नई-दिल्ली, 27 मई 2020 (PIB): भारत मौसम विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान के अनुसार:
- बढ़े हुए घने बादलों तथा मध्य क्षोभमंडलीय स्तरों तक दक्षिण पश्चिमी हवा के गहराने को देखते हुए दक्षिण पश्चिम मानसून दक्षिण बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, अंडमान सागर तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के ज्यादातर हिस्सों की ओर आज और बढ़ा है। मानसून की उत्तरी सीमा ;एनएलएम अक्षांश 5 डिग्री उत्तर/देशांतर 82 डिग्री पूर्व, अक्षांश 7 डिग्री उत्तर/देशांतर 86 डिग्री पूर्व, अक्षांश 10 डिग्री उत्तर/देशांतर 90 डिग्री पूर्व पोर्ट ब्लेयर अक्षांश 15 डिग्री उत्तर/देशांतर 97 डिग्री पूर्व के जरिये गुजर रही है।
- अगले 48 घंटों के दौरान दक्षिण पश्चिम मानसून के मालदीव-कोमोरीन क्षेत्र तथा समीपवर्ती दक्षिणपूर्व अरब सागर के कुछ हिस्सों, अंडमान सागर के शेष भागों तथा दक्षिण एवं मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में और आगे बढ़ने के लिए स्थिति अनुकूल हो रही है।
- एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव तथा निचले स्तरों पर पूर्व-पश्चिम कम दबाव के क्षेत्र के निर्माण तथा 28-30 मई से वर्षा/आंधी की संभावना से 28 मई के बाद उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में कमी तथा 29 मई से गर्म हवा की स्थिति में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है। भारत के मध्य भागों के ऊपर अनुकूल हवा की स्थिति के तहत इन क्षेत्रों से भी 29 मई से गर्म हवा की स्थिति में कमी आने का अनुमान है।
- निम्न क्षोभमंडलीय स्तरों पर बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर भारत में तेज दक्षिणी हवाओं के कारण - अगले दो दिनों के दौरान त्रिपुरा, असम एवं मेघालय के छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी तथा अत्यधिक भारी वर्षा होने का अनुमान है। 27-30 मई, 2020 के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ भागों में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है।
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