देश में चिकित्सा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं, केवल भेड़-बकरी की तरह से हाँक कर के और घरों में खदेड़ने से बिमारी को नहीं भगाया जा सकता है: नथुनी प्रसाद कुशवाहा
चिकित्सा को मूल अधिकार में जोड़ने की मांग हुयी तेज़!
कुशीनगर (उत्तर प्रदेश): 30 मार्च सोमवार को कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप से उत्पन्न दहशत और लॉकडाउन की वजह से बड़ी संख्या में कामगारों के शहरों से अपने पैतृक गांवों की ओर पलायन पर कुशीनगर जिले की स्थिति जानने निकले हमारे संवाददाता एक बार विधान सभा और दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके कुशीनगर जिले के कद्दावर समाजवादी नेता- नथुनी प्रसाद कुशवाहा से मुलाकात की तथा आज की स्थिति पर प्रतिक्रिया लेनी चाही तो श्री कुशवाहा बड़े ही दुःखी हो गए और कहने लगे कि, "देश में चिकित्सा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं, केवल भेड़ बकरी की तरह से हाँक कर के और घरों में खदेड़ने से बिमारी को नहीं भगाया जा सकता है और न उससे निजात पायी जा सकती है। इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अभी तक कोई वैक्सीन बनी नहीं है और कब-तक उपलब्ध हो पायेगी, यह बताया नहीं जा सकता है।
नथुनी प्रसाद कुशवाहा ने पूछा कि, क्या केवल इस व्यवस्था से महामारी को रोक पाएंगे ?- ये बिलकुल नहीं कहा जा सकता है, इसलिए देश की प्रतिक्रिया पर हम कहना चाहते हैं कि, देश के स्वास्थ्य विभाग का जो काम है, उस दिशा में सरकार का काम नहीं हो रहा है या नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि, डॉक्टर लोहिया की विचारधारा ही आज प्रासंगिक है तथा चिकित्सा के नाम पर तो देश में कोई बोलता ही नहीं है। हमारा मानना है कि सरकार डॉक्टर लोहिया की नीतियों का अनुसरण कर लेती तो आज लोगों की यह दुर्दशा नहीं होती। चिकित्सा को मूल अधिकार में जोड़ने की ललितपुर से हमारे एक समाजवादी साथी - राघवेंद्र सिंह ने उठाई है, इसे सरकार को तुरंत स्वीकार कर लेना चाहिए क्योकि आज देश के सभी अस्पतालों के OPD कोरोना के नाम पर बंद पड़े हैं, अस्पतालों में कोरोना के नाम पर केवल खाना-पूर्ती हो रही है।
नथुनी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि, "यह समय आलोचना का नहीं है परन्तु मैं इतना जरूर कहूंगा कि, सरकार ने सोच समझ कर फैसला नहीं किया। यह भी फैसला नोटबन्दी और नेट बंदी की तरह जल्दी में लिया गया फैसला है, जिसका खामियाजा देश के गरीबों, किसानों और कामगारों को भुगतना पद रहा है और यह कब तक भुगतना पडेगा, कहा नहीं जा सकता है।"
समाजवादी नेता- नथुनी प्रसाद कुशवाहा ने जनता से अपील की है कि, सभी हिम्मत और धैर्य से काम लें तथा सफाई और आपस में निश्चित दूरी को बनायें रखें, अपने शरीर को मजबूत रखें, मनोबल को मजबूत बनाये रखेंगे तो किसी भी रोग या वायरस का प्रकोप उनपर नहीं हो पायेगा। यह भी समय कट जाएगा और कोरोना भी भाग जाएगा।
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