डेनमार्क के विदेश मंत्री श्री जेप्पी कोफोड ने दिल्ली में बारापुला डीईएसएमआई अपशिष्ट जल प्रबंधन परियोजना स्थल का दौरा किया
नयी दिल्ली: डेनमार्क के विदेश मंत्री श्री जेप्पी कोफोड ने कल दिल्ली में बारापुला डीईएसएमआई परियोजना स्थल का दौरा किया। इसका उद्देश्य अपशिष्ट जल प्रबंधन के क्षेत्र में चुनौतियों को समझना और डेनमार्क में उपलब्ध प्रौद्योगिकियों की सम्भावना और इस क्षेत्र से जुड़े अनुसंधान संस्थानों के साथ सहयोग पर चर्चा करना है। जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डॉ रेणु स्वरूप भी उनके साथ थीं।
श्री जेप्पी कोफोड ने डॉ. रेणु स्वरूप के साथ भारत-डेनमार्क के बीच साझेदारी करने पर प्रतिबद्धता व्यक्त की, जो अपशिष्ट जल प्रबंधन और हरित संक्रमण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने में एक मजबूत आधार होगा।
बारापुला नाला नई दिल्ली में मुख्य जल प्रवाह के मार्गों में से एक है, जो पूरे महानगर के विभिन्न छोटे नालों के पानी को इकट्ठा करता है। यह मुख्य रूप से अपशिष्ट जल और सीवेज परिवहन के लिए उपयोग किया जाता है। जनसंख्या के अधिक घनत्व, पानी की कमी और अपशिष्ट जल प्रवाह के कारण, बारापुला नाला अपशिष्ट जल प्रबंधन के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए एक उत्कृष्ट स्थान है।
सीवेज / गाद प्रबंधन को एक महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हुए, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने जनवरी 2019 में सराय काले खां क्षेत्र में सन डायल पार्क में डीईएसएमआई एनविरो-क्लीन ए/एस, डेनमार्क के सहयोग से एक अभिनव समग्र स्वच्छता परियोजना शुरू की थी।
इस परियोजना का उद्देश्य नाले से तैरते हुए मलबे को इकट्ठा करना है और इसे मूल्यवर्धित उत्पादों में बदलना है।
प्रमुख विशेषताऐं:
• बारापुला नाले में तैरते मलबे का प्रतिशत कम हो जाएगा
• उस स्थान पर अक्षय ऊर्जा का उत्पादन किया जा सकता है
• स्थानीय पर्यावरण और समुदाय को लाभ पहुंचाना
• स्थानीय रोजगार
• स्वच्छ भारतीय नदियां
• भारत के जल, ऊर्जा और अपशिष्ट क्षेत्र के लिए परियोजना की शुरूआत और अनुसंधान से लाभ प्राप्त करना
• स्थानीय विनिर्माण उद्योग - मेक इन इंडिया का समर्थन
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