रेप में नाकाम जीजा ने हत्या कर घर में छुपाए थे साली के शव के टुकड़े, ऐसे चढ़ा पुलिस के हत्थे
7 अगस्त 2019 को गाजियाबाद के डासना जिला कारागार से कोर्ट में पेशी के दौरान नौशाद फरार हो गया था। इस घटना के बाद गाजियाबाद के एसएसपी ने आस-पास काफी तलाश अभियान चलाई थी, लेकिन नौशाद का पता नहीं चला था।
गाजियाबाद: यूपी पुलिस ने 25 हजार का इनामी बदमाश नौशाद को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। नौशाद की गिरफ्तारी यूपी एसटीएफ ने की है।
नौशाद ने 2016 में रेप की कोशिश के दौरान विरोध करने पर अपनी साली की गला दबाकर कर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर घर में छिपाया था। बाद में शव को ठिकाने लगाते समय पुलिस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन पुलिस को चकमा दे कर वह फरार हो गया था। नौशाद अपने ससुर पर समझौते का दबाव बना रहा था। एसटीएफ ने नौशाद को तमंचे के साथ गिरफ्तार किया है।
18 साल की साली की कर दी थी हत्या
बता दें कि 7 अगस्त 2019 को गाजियाबाद के डासना जिला कारागार से कोर्ट में पेशी के दौरान नौशाद फरार हो गया था।
इस घटना के बाद गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह भी दल-बल के साथ पहुंचे थे। आस-पास काफी तलाश की गई, लेकिन नौशाद का पता नहीं चला था।
इस घटना के बाद आरोपित सिपाही को निलंबित कर जेल भेज दिया गया था। सिपाही के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा भी दर्ज किया गया था।
नौशाद हापुड़ के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र में सदरपुर निवासी हैण् नौशाद ने खोड़ा स्थित अपने घर में 18 साल की साली नरगिस की गला दबा कर हत्या कर दी थी।
नौशाद के ससुर सलाउद्दीन ने खोड़ा थाने में नौशाद के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया था। एफआईआर में बताया गया कि उसकी बड़ी बेटी इशरत से नौशाद की शादी हुई थी। वहीं बाताया गया कि बाजार गयी छोटी बेटी नरगिस लापता हो गई थी। नौशाद इशरत और बच्चों को लेकर ससुराल आया और नरगिस को ढूंढने का दिखावा करने लगा।
पिछले साल डासना जेल से फरार हो गया था
इसी बीच इशरत ने घर जाने को कहा तो उसने अपने कमरे की चाभी देने से इनकार कर दिया और चला गया। जब इशरत को ढूंढते हुए परिजन नौशाद के कमरे तक पहुंचे तो वह नरगिस के शव के टुकड़े कर बोरे में भर रहा था। उन्होंने कमरा बाहर से बंद कर पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया और जेल भेज दिया।
बताया जा रहा है कि नौशाद ने ऐसा इसलिए किया कि वह काफी समय से नरगिस के साथ शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास कर रहा था लेकिन वह इसमें नाकाम रहा, जिसके बाद उसकी हरकत का किसी को पता ना चले तो उसने नरगिस की हत्या कर दी।
बीते साल पेशी के दौरान नौशाद को यूपी पुलिस का एक सिपाही गाजियाबाद के कोर्ट नंबर।1 में लेकर पहुंचा था, लेकिन बाद में पता चला कि सुनवाई कोर्ट।7 में ट्रांसफर कर दी गई है। इसके बाद उसे कोर्ट की हवालात में बंद कर दिया गया था। नौशाद ने सिपाही से कहा कि उसके जूते फट गए हैं। उसने घर से रुपये मंगाए हैं। जब तक सुनवाई का समय नहीं होता, वह उसे कोर्ट के बाहर नए जूते दिला दे। सिपाही उसके बहकावे में आ गया और हवालात प्रभारी को बताए बिना अकेले ही उसे कोर्ट के पिछले गेट से निकालकर जूते खरीदाने चला गया। गेट से बाहर आते ही नौशाद सिपाही का हाथ छुड़ाकर भाग गया था जो कि अब एक बार फिर पुलिस की गिरफ्त में आ गया है।
(साभार- न्यूज़-18)
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