गृह मंत्री श्री अमित शाह ने शिमला में हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के पहले अभूतपूर्व समारोह को संबोधित किया
वैश्विक मंदी अस्थायी अवस्था और भारत जल्दी ही इससे बाहर निकल आएगा: अमित शाह मोदी सरकार का “सुधार करो, काम करो, कायापलट करो” दृष्टिकोण वैश्विक सूचियों में जाहिर, ये सभी 2014-19 के बीच भारत की रैंकिंग में सुधार को दर्शाते हैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का “न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन” का सिद्धांत शासन के प्रत्येक स्तर पर समाया और इसके स्पष्ट नतीजे दिखाई दे रहे हैं: श्री अमित शाह
नई-दिल्ली: 27 दिसंबर, केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज कहा कि वैश्विक मंदी अस्थायी अवस्था है। उन्होंने आशा प्रकट की कि भारत जल्दी ही इससे बाहर निकल आएगा। शिमला में हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के पहले अभूतपूर्व समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इसके लिए निरंतर कार्य कर रही है। श्री शाह ने कहा कि 2024 तक, भारत 5 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा और उसका स्थान विश्व की तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में होगा। उन्होंने कहा कि 2014 में विश्व अर्थव्यवस्था की सूची में हम 11वें स्थान पर थे जब हमारी 2 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था थी और 5 वर्ष बाद भारत 3 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनकर 7वें स्थान पर आ गया।
श्री शाह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करने से यह सुनिश्चित हो गया है कि आज भारत नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए उभरता हुआ सबसे बड़ा बाजार है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का “सुधार करो, काम करो, कायापलट करो” दृष्टिकोण वैश्विक सूचियों में जाहिर है, ये सभी 2014-19 के बीच भारत की रैंकिंग में सुधार को दर्शाते हैं।
श्री शाह कहा कि केंद्र सरकार पहाड़ी राज्य में विकासशील बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की 69 सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्गों के रूप में वर्गीकृत किया गया है और केंद्र सरकार द्वारा उन्हें विकसित किया जा रहा है। उन्होंने मंडी में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास और भौगोलिक दृष्टि से चुनौतीपूर्ण हिमाचल प्रदेश के इलाकों में चार लेन वाले तीन राजमार्गों के निर्माण का जिक्र किया। उन्होंने अटल सुरंग को राज्य की ऐतिहासिक परियोजनाओं में से एक बताया जो सबसे कम समय में पूरी की गई परियोजनाओं में से एक है।
श्री शाह ने एक भूमि बैंक का गठन और परियोजनाओं के लिए एकल खिड़की मंजूरी प्रणाली स्थापित करने जैसा निवेशक अनुकूल माहौल सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के “न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन” के सिद्धांत के शासन के प्रत्येक स्तर पर समा जाने का स्पष्ट नतीजा है। श्री शाह ने कहा कि केंद्र सरकार के स्तर पर उठाए गए कदमों के साथ राज्य स्तर पर उठाए गए कदमों के तालमेल से कॉरपोरेट कर दर में कमी आई और व्यवसाय अनुकूल माहौल बना। उन्होंने इसके लिए एक रोल मॉडल के रूप में राज्य की सराहना की।
श्री शाह ने एमएसएमई को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की चर्चा की। इसमें 59 मिनट के भीतर एक करोड़ रुपये तक के ऋण तथा स्व-सत्यापन प्रणाली का प्रावधान किया गया है। उन्होंने स्टार्टअप के लिए एंजल कर में प्रदान की गई छूट की भी चर्चा की और कहा कि इस तरह का कदम भारतीय युवाओं को एक मंच प्रदान करेगा और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद करेगा।
गृहमंत्री ने 13,000 करोड़ रुपये की 250 परियोजनाओं के लिए आयोजित अभूतपूर्व समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री श्री अनुराग ठाकुर और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
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