लखनऊ मेट्रो में भारी गड़बड़ियाँ - मेट्रो ट्रेनों को रोका गया और गति पर लगे विराम - मेट्रो निर्माण व खरीद-फरोख्त में भारी भ्रष्टाचार व घोटाले का आरोप, जाँच की मांग
"लखनऊ मेट्रो" का दो गौरवशाली वर्ष पूर्ण होना दिखाकर "जश्न मनाना" भी मेट्रो की खामियों को छिपाने का प्रयास है।
(सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव)
शुक्रवार की शाम लगभग 07:45 बजे से तकनिकी कारणों से लखनऊ मेट्रो ट्रेन की गति हुयी बाधित।
लखनऊ मेट्रो के यात्रियों और लखनऊवासियों के साथ-साथ रेल सेवक संघ तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी ने भी लगाया आरोप- "लखनऊ मेट्रो के निर्माण और खरीद फरोख्त में भारी भ्रस्टाचार और कमीशनखोरी के करण आये दिन मेट्रो ट्रेन, स्वचालित सीढियां व लिफ्ट खराब रहती हैं"।
लखनऊ: दिनांक 20 सितम्बर, दिन शुक्रवार को शाम 07:45 से लखनऊ मेट्रो-नियंत्रक मेट्रो-ट्रेनों को रोक-रोक कर तथा धिमी गति से चला रहे हैं जिससे, मेट्रो के यात्री अत्यधिक परेशान औरआक्रोशित हैं।
भूतपूर्व रेलवे इंजीनियर- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने कहा कि, "लखनऊ मेट्रो को दीर्घकाल तक तथा समय से और सुरक्षित रूप से संचालित करने" के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि, "आये दिन मेट्रो में आ रही तकनिकी गड़बड़ियों की जांच तकनिकी विशेषज्ञों की टीम/ स्वत॔त्र-एजेन्सी से कराई जाय तथा इसके निरिक्षण और मेनेंटेनेंस के लिए समुचित संख्या में मानक के अनुरूप स्थायी और अतिकुशल कारीगरों की नियुक्ति की जाय।"
रेलवे के भूतपूर्व इंजीनियर तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उत्तर प्रदेश) और रेल सेवक संघ के महामंत्री - सच्चिदा नन्द श्रीवास्तव का कहना है कि, "आये दिन मेट्रो ट्रेनों में आ रही गड़बड़ियों और स्वचालित सीढ़ियों तथा लिफ्ट में आ रही गड़बड़ियों" से यह स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहा है कि, "मेट्रोमैन - सर्व श्री कुमार केशव की देख-रेख में निर्मित लखनऊ-मेट्रो के निर्माण और खरीद-फरोख्त में भारी गड़बड़ियां हैं, जिसकी जांच आवशयक है।
उन्होंने कहा कि, "इसके साथ ही लखनऊ मेट्रो का दो गौरवशाली वर्ष पूर्ण होना दिखाकर जश्न मनाना भी मेट्रो की खामियों को छिपाने का प्रयास है।"
ऊन्होने रेल मंंत्रालय व सरकार से मांग की कि, "लखनऊ-मेट्रो के निर्माण और खरीद फरोख्त में हुए भारी भ्रष्टाचार की जाँच कराकर लखनऊ- मेट्रो को समय से व सुुरक्षित रूप से संंचालित किया जाय।"