
सरकार ने कहा, आतंकियों से निपटने में मदद करें रोहिंग्या
सरकार ने कहा, आतंकियों से निपटने में मदद करें रोहिंग्याबौद्ध बहुल देश म्यांमार में रहने वाले 11 लाख रोहिंग्या मुस्लिमों की आबादी पिछले दस साल से मुश्किलों की शिकार है।यांगून, रायटर। म्यांमार सरकार ने रोहिंग्या मुस्लिमों से अनुरोध किया है कि वे अपने समुदाय के आतंकियों से निपटने में सेना की मदद करें। उनकी आड़ लेकर अराकान रोहिंग्या मुक्ति सेना (एआरएसए) के आतंकी सेना पर हमला करते हैं और भाग जाते हैं। जवाबी कार्रवाई में आमजन सेना का निशाना बनते हैं। सहायता में लगी एजेंसियों का अनुमान है कि पिछले सप्ताह म्यांमार में भड़की हिंसा के बाद 73 हजार रोंहिग्या मुस्लिम नाफ नदी पार करके बांग्लादेश पहुंचे हैं। ताजा हिंसा में चार सौ मुस्लिमों के मारे जाने की आशंका है।बौद्ध बहुल देश म्यांमार में रहने वाले 11 लाख रोहिंग्या मुस्लिमों की आबादी पिछले दस साल से मुश्किलों की शिकार है। उनका बहुसंख्यक आबादी से लगातार टकराव हो रहा है। सेना की कार्रवाई में अल्पसंख्यक मुस्लिमों के निशाना बनने से मानवाधिकारों के लिए कार्य करने वाली संस्थाएं आंग सान सू की सरकार के खिलाफ मुखर हुई हैं। तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने कहा है कि मुस्लिमों के खिलाफ हो रही हिंसा को उनके नरसंहार के तौर पर देखा जाएगा। सेना पर आरोप है कि वह मुस्लिमों के घर नष्ट कर रही है जिससे वे देश छोड़कर भागें।हाल के दिनों में 2,600 से ज्यादा घर जला दिये गए हैं। म्यांमार के सरकारी अखबार ग्लोबल न्यूलाइट ऑफ म्यांमार के अनुसार सेना कार्रवाई से पहले मुस्लिम आबादी से तलाशी अभियान में सहयोग का अनुरोध करती है। उन्हें मौके से हटाती है। जो लोग असहयोग करते हैं या जिन्हें आतंकी ढाल की तरह इस्तेमाल करते हैं, वे ही सेना की कार्रवाई का शिकार होते हैं। सेना पर हमले की घटनाओं के बाद म्यांमार सरकार ने एआरएसए को आतंकी संगठन घोषित किया था।रोहिंग्या मुस्लिमों के समर्थन में आया अलकायदाआतंकी संगठन अलकायदा खुलकर म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिमों के समर्थन में आ गया है। अलकायदा की यमन शाखा ने शनिवार को म्यांमार सरकार के खिलाफ पूरी दुनिया के मुस्लिमों को एक होने का आह्वान किया। साथ ही म्यांमार शासन के अधिकारियों पर हमले के लिए आगे आने को कहा। अलकायदा नेता खालिद बतारफी ने वीडियो संदेश में भारत, बांग्लादेश, इंडोनेशिया व मलेशिया की मुस्लिम आबादी से कहा कि वे अल्लाह के दुश्मनों से रोहिंग्या मुस्लिमों की रक्षा करें।यह भी पढ़ें: टेक्सास में भारतीय छात्र की अंत्येष्टि, साथी की हालत नाजुकBy Ravindra Pratap Sing Let's block ads! (Why?)