रेलमंत्री सेलमंत्री हैं: रघु ठाकुर
लखनऊ: दिनांक 27 जुलाई 2019 को अल्प-प्रवास पर आये लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक-महान समाजवादी चिंतक व विचारक-श्री रघु ठाकुर ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस-वार्ता में कहा कि, सरकार रेल और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के निजीकरण व बेचने का षडयंत्र कर रही है। रेलमंत्री श्री पीयूष गोयल रेलवे के निजीकरण से इंकार कर रहे हैं परन्तु धीरे-धीरे रेलवे का अंग-भंग कर निजीकरण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन, सफाई-व्यवस्था, खानपान, माल-परिवहन का तो पहले ही काफी हद तक निजीकरण हो चुका है। अब रेल कारखानों और रेलगाड़ियों को भी निजी क्षेत्र को सौंपने की तैयारी है।
आर्थिक सर्वेक्षण में 80 हजार करोड़ रुपये के विनिवेश की तैयारी है। रेलवे अपराधियों से असुरक्षित हो चुकी है। यह जन-चर्चा है कि रेलमंत्री-सेलमंत्री है, जो प्रतिदिन रेल के सेल में लगे हैं। रेलवे के मान्यता प्राप्त मजदूर संगठन कौरवों की सभा बन चुके हैं जो सरेआम रेलवे के चीरहरण के मूक दर्शक हैं। अब समय आ गया है कि रेल कर्मचारियों को इन तथाकथित संगठनों की तिजोरियों को भरने के बजाय स्वतः संघर्ष को आगे आना होगा तथा विकास और रोजगार की तुलनात्मक वृद्धि की मांग करनी होगी। रेल मंत्री अफसरशाह व दलाल नेताओं के त्रिगुट की कैद से रेल व कर्मचारियों को मुक्त होना होगा। एन0आई0ए0 के कानून में संशोधन कर आतंकवाद की परिभाषा को इतना व्यापक कर दिया गया है कि विचार के आधार पर भी व्यक्ति को आतंकवादी माना जा सकता है। हिंसा का कर्म उसका सहयोग तो अपराध है परन्तु विचार के तौर पर हिंसा का समर्थन या हिंसा को हल का रास्ता मानना अगर कर्म के समान अपराध माना जायेगा तो इसकी सीमाएं बांधना कठिन होगा। मैं न हिंसा के प्रयोग और न हिंसा के विचार का समर्थक हूँ पर विचार को अपराध नहीं माना जाना चाहिए। इस प्रावधान से द्वेषपूर्ण कार्यवाही की शुरुआत होगी तथा मैं सत्ताधारियों को सावधान करना चाहूंगा कि यह जाल किसी दिन उनके अपने लिए भी फंदा बन सकता है।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि वैकल्पिक राजनीति के लिए रास्ते बनाये जायें। कर्नाटक और मध्यप्रदेश के घटनाक्रम भाजपा व गैरभाजपा दोनों ही पक्षों के लिए सबक हो सकते हैं। लोकतंत्र बचाना सभी का दायित्व है। लोकतंत्र महज कानून नहीं वरन वे बेहतर परम्पराएं भी है जो नैतिक व दीर्घकालिक होती है। महात्मा गांधी के 150वें वर्ष में हमें गांधी को विज्ञापन नही बल्कि उनके विचारों को आत्मसात करना होगा।
श्री ठाकुर ने कहा कि, सपा सांसद-श्री आजम खान द्वारा भाजपा सांसद-श्रीमती रमादेवी के बारे में की गई अमर्यादित टिप्पणी दुःखद है और संसद के गिरते स्तर की परिचायक है। हालांकि श्री आजम द्वारा सफाई और खेद व्यक्त करने के बाद मेरी राय में संसद को उन्हें चेतावनी देकर उन्हें माफ कर देना चाहिए।
जो 58सौ 50 करोड़ रुपये के चुनावी बाण्ड खरीदे गये हैं, किस-किस ने खरीदा है, उसकी जाँच कर बाण्ड खरीदने वाले का नाम सार्वजनिक किया जाय।
प्रेस-वार्ता में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव-राघवेन्द्र सिंह, रामशंकर पुरोहित, मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष-श्याम सुन्दर सिंह यादव, उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष-सच्चिदानन्द श्रीवास्तव, लखनऊ के जिला अध्यक्ष-अरुण कुमार तिवारी, महिला प्रकोष्ठ की प्रभारी-श्रीमती अर्चना सोनी, श्रीमती किरण, गौरी शंकर व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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