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कुशीनगर लोकसभा सीट पर होगा त्रिकोणीय मुकाबला - सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी नथुनी प्रसाद कुशवाहा की जड़ें काफी मजबूत!
कुशीनगर: शनीवार को हमारे कुशीनगर संवाददाता ने बताया कि, दिल्ली में जन्मे आरपीएन सिंह 2019 को लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है वहीं बीजेपी ने पूर्व विधायक विजय दूबे को प्रत्याशी बनाया है, लेकिन जहाँ लोगों और विशेषकर छात्रों, बेेेेरोजगारों, चीनी मिल मजदूरों और किसानों में काफी रोष देेखने को मिला, वहीं दलीय राजनीति से ऊपर उठकर रालोद और लोसपा के साथ-साथ लोग सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी नथुनी प्रसाद कुशवाहा को मजबूत करते दिखे।
कुशीनगर को आबादी के हिसाब से यूपी में सबसे घनी आबादी वाला जिला माना जाता है। 2011 की जनगणना के मुताबिक कुशीनगर की आबादी 35.6 लाख है। यहां सामान्य वर्ग की 82 फीसदी, अनुसूचित जाति की 15 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की 2 फीसदी आबादी है। यहां पर हिन्दुओं की 82.28 फीसदी तो मुस्लिमों की 17.4 फीसदी आबादी है।
कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र के तहत 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिनके नाम हैं खड्डा, पडरौना, कुशीनगर, हाटा और रामकोला।
उत्तर प्रदेश में कुशीनगर लोकसभा क्षेत्र में सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी- नथुनी प्रसाद कुशवाहा (एन•पी•कुशवाहा) को लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के साथ-साथ शिक्षक, विद्यार्थी, किसानों और मजदूरों की यूूूनियन भी अपना पूर्ण समर्थन दे रही है, जिससे नथुनी प्रसाद कुशवाहा की जड़ें काफी मजबूत होती दिख रही हैं। इसका एक कारण उनका शिक्षा जगत से और गरीबों व किसानों के साथ जुड़ा होना तथा मधुरभाषी होना है।
संवाददाता का मानना हैैं कि, भाजपा और कांग्रेस के वोट भी गठबंधन प्रत्याशी-नथुनी प्रसाद कुशवाहा की ओर जाते दिख रहे हैं। ऐसा होने पर कुशीनगर सीट पर त्रिकोणात्मक संघर्ष होगा और सपा-बसपा गठबंधन के नथुनी प्रसाद कुशवाहा को एक बड़ा फायदा हो सकता है।
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