योगी सरकार में किसानों के लिए बिजली 350 फीसद तक महंगी
योगी सरकार में किसानों के लिए बिजली 350 फीसद तक महंगीलखनऊ (जेएनएन)। शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं से अधिक बिल वसूलने की तैयारी कर रहे पावर कारपोरेशन के इंजीनियरों को भी अपने घर के लिए ज्यादा बिल अदा करना होगा। प्रस्तावित दरों में विभाग के अधिकारियों, इंजीनियरों, कर्मचारियों और पेंशनधारकों के बिल भुगतान की भी दरें बढ़ा दी गई हैैं। हालांकि, अन्य सामान्य उपभोक्ताओं के मुकाबले उन्हें फिर भी बिजली सस्ती ही पड़ेगी। मीटर के जरिए बिजली लेने वालों को तो प्रति यूनिट दर में भी 50 फीसद की और छूट मिलेगी।विभागीय बिल व्यवस्थाबिजली विभाग अपने कार्मिकों से बिल की वसूली तीन हिस्सों में बांट कर करता है। एक हिस्सा फिक्स्ड चार्ज, दूसरा हिस्सा फिक्स्ड एनर्जी चार्ज का और तीसरा हिस्सा उनके घरों में इस्तेमाल होने वाले एसी के बिल का रहता है। इन तीनों हिस्सों में दरें बढ़ा दी गई हैैं। चीफ इंजीनियर स्तर एक व दो, महाप्रबंधक व इससे ऊपर के अधिकारियों को अब तक फिक्स्ड चार्ज के तौर पर 600 रुपये और फिक्स्ड एनर्जी चार्ज के तौर पर 810 रुपये प्रतिमाह देने पड़ रहे थे, जिसे बढ़ाकर अब क्रमश: 960 व 1300 रुपये कर दिया गया है। इसी तरह अधीक्षण अभियंता व डीजीएम स्तर के अधिकारी पहले इन दोनों मदों में 550 व 700 रुपये दे रहे थे। उन्हें अब 800 व 1125 रुपये देने होंगे। अधिशासी अभियंता 300 व 595 रुपये अदा कर रहे थे, जिसे बढ़ाकर अब 480 व 950 रुपये कर दिया गया है। सहायक अभियंताओं के लिए यह दरें 280 व 560 रुपये से बढ़ाकर 450 व 900 रुपये की गई हैं, जबकि जूनियर इंजीनियरों को इन मदों में 260 व 425 रुपये की बजाए 410 व 680 रुपये का भुगतान करना होगा। इसी तरह तृतीय श्रेणी कर्मचारियों का बिल भुगतान 190 व 225 रुपये के स्थान पर 300 व 360 रुपये हो जाएगा, जबकि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को फिक्स्ड चार्ज के लिए 160 की बजाए 260 रुपये और फिक्स्ड एनर्जी चार्ज के तौर पर अब 180 की बजाए 290 रुपये अदा करने होंगे। प्रत्येक एयरकंडीशनर के लिए भी 600 रुपये प्रतिमाह शुल्क को भी बढ़ाकर 875 रुपये कर दिया गया है।अस्थाई कनेक्शन महंगाशादी-बारात व मेला आदि में दुकानों के लिए अस्थाई कनेक्शन की दरों में भी इजाफे का प्रस्ताव है। शादी-बारात आदि के कनेक्शन के लिए अब जहां 3500 को बढ़ाकर 4250 रुपये किया जा रहा है, वहीं दुकानों के कनेक्शन के लिए प्रतिदिन का खर्च 300 से बढ़ाकर 500 रुपये और घर बनाने के लिए सात रुपये प्रति यूनिट की दर को बढ़ाकर 7.50 रुपये प्रस्तावित किया गया है। शादी व अन्य समारोहों के लिए यह दर 7.95 रुपये से बढ़ाकर 8.50 रुपये की जा रही है।उद्योगों को मिली राहतपिछले साल अगस्त में बिजली दरें बढ़ाते समय विधानसभा चुनाव सामने था, इसलिए आम घरेलू व ग्र्रामीण उपभोक्ताओं को राहत दी गई थी और छोटे-बड़े उद्योगों की बिजली महंगी कर इसकी भरपाई की गई थी। इस बार स्थिति ठीक उलट है। महंगी बिजली की शिकायत करने वाले उद्योगों को इस बार वृद्धि से बेअसर रखा गया है। पिछली बार बड़े उद्यमियों की बिजली दरों में तो कोई खास इजाफा नहीं था, लेकिन छोटे व मझोले उद्यमियों की बिजली 10 फीसद से ज्यादा महंगी कर दी गई थी। अबकी इसे यथावत रखा गया है।By Nawal Mishra Let's block ads! (Why?)