
लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हुये पत्रकारों से रूबरू
लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी की राज्य समिति ने प्रदेश में 20 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशियों का पैनल बनाकर अन्तिम चयन हेतु सूची को राष्ट्रीय समिति के पास भेजा.
ललितपुर (उ• प्र•): लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने अपने एक दिवसीय ललितपुर प्रवास के दौरान पत्रकारों से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने बताया कि, "पार्टी की राज्य समिति ने प्रदेश में 20 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशियों का पैनल बनाकर अन्तिम चयन हेतु सूची को राष्ट्रीय समिति के पास भेजा है। प्रदेश में पार्टी सम्भवत: लखनऊ, कानपुर देहात, मैनपुरी, इटावा, गोरखपुर, आजमगढ़, बहराइच, मेरठ, जौनपुर, सुल्तानपुर, वाराणसी, सीतापुर, अलीगढ़, फैजाबाद, कन्नौज व झाँसी लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़नेे का प्रयास करेगी।
उन्होंने बताया कि, पार्टी लोकसभा चुनाव में निम्नलिखित बिन्दुओं को लेकर चुनाव मैदान में उतरेगी:
1. पार्टी किसानों को सम्पूर्ण कर्ज मुक्त करेगी ।
2. पार्टी रोजगार को मौलिक अधिकार बनाएगी तथा रोजगार न मिलने तक बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देगी।
3. पार्टी की राय में चिकित्सा बिना जीवन का अधिकार अधूरा है। पार्टी चिकित्सा को मौलिक अधिकार बनाएगी तथा निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएगी।
4. पार्टी डॉ• राममनोहर लोहिया के समान शिक्षा के सिद्धांत को लागू करेगी । लोहिया जी का नारा था कि, "राष्ट्रपति की या हो चपरासी की संतान सबको शिक्षा एक समान"।
5. देश की आधी से अधिक आबादी भीषण कुपोषण की शिकार है, जिसमें 40% आबादी महिलाओं और बच्चों की है अतः पार्टी देश को कुपोषण मुक्त करेगी।
पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में श्री श्रीवास्तव ने बताया कि, "हम सभी भारत में बदलाव चाहने वाले लोग हैं, परिवर्तन चाहने वाले लोग हैं। हम लोग और हमारी पार्टी चाहती है कि आज की जो ब्यवस्था है, हालात हैं, उन हालात को बदला जाय और नई ब्यवस्थाए नये बदलाव देश में लाएं। इसी श्रृंखला में पार्टी उत्तर प्रदेश में समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ सहभागिता कर लोकसभा की सभी सीटों पर चुनाव मैदान में उतारने का प्रयास करेगी।
उन्होंने बताया कि, देश में लगातार आर्थिक आतंकवाद अपने पाँव पसार रहा है। देश के आधारभूत क्षेत्रों जिसमें शिक्षा, चिकित्सा, रक्षा, सड़क तथा रेल जैसे विशाल सेक्टर्स का निजीकरण किया जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप देश में बेरोजगारी बड़ी है। कृषि क्षेत्र की दुर्दशा के कारण किसानों को आत्म हत्या करने को मजबूर होना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि, "वैश्विक आर्थिक शक्तियों का लक्ष्य है कि जो दल या पार्टी / पार्टियाँ उनके एजेंडा को देश में लागू करें उनकी शक्ति को देश में बढ़ाया जाए।"
अतैव ऐसे में आवश्यकता है कि वे सभी पार्टियाँ या दल, जो वास्तव में देश में गाँधीवादी - मानवतावादी व रोजगारोन्मुख विकास तथा बाबा साहब अम्बेडकर और डॉऽ राममनोहर लोहिया के सपनों का समतामूलक भारत बनाना चाहते हैं, जो समान शिक्षा चिकित्सा, रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने तथा उसके साथ बेरोजगारी.भत्ता जोड़ने, दाम बाँधो नीति और गाँधीवादी-अर्थनीति को लागू करने के लिए प्रयासरत हैं, को एक साथ मिलकर कार्यक्रम आधारित गठबंधन बनाकर आगामी चुनावों में सशक्त भागीदारी करना चाहिए, तो परिणाम आशानुरूप आने के साथ-साथ मतदाताओं को एक मजबूत विकल्प दिया जा सकता है।
प्रेस से वार्ता के दौरान पार्टी प्रभारी रामशंकर पुरोहित, राष्ट्रीय सचिव- राघवेन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष हरपाल सिंह, नगर अध्यक्ष बृजकिशोर जैन, एड नगर महामंत्री, जयराम सड़ौरिया आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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