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88 वर्ष की उम्र में जॉर्ज फर्नांडिस का निधन - आज होगा अंतिम संस्कार
मंगलवार को 1974 के ऐतिहासिक रेलवे हड़ताल के नेतृत्व कर्ता- ट्रेड यूनियन नेता पूर्व संचार मंत्री, उद्योग मंत्री, रेल मंत्री व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का लंबी बीमारी के बाद 88 वर्ष की आयु में निधन
आज होगा अंतिम संस्कार
नई-दिल्ली: प्रख्यात समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस का मंगलवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे।
यह जानकारी उनकी सहयोगी जया जेटली ने दी।
उन्होंने बताया कि फर्नांडिस अल्जाइमर बीमारी से पीड़ित थे, जिस कारण वह पिछले कई वर्षों से सार्वजनिक जीवन से दूर थे। हाल में उन्हें स्वाइन फ्लू भी हो गया था।
जया जेटली ने बताया उनका निधन उनके आवास पर हुआ।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार में फर्नांडिस रक्षा मंत्री थे, जब 1999 में भारत ने करगिल युद्ध लड़ा था। उनके कार्यकाल के दौरान ही भारत ने 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था।
इंदिरा गांधी को मात देकर 1977 में सत्ता में आई जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार में वह उद्योग मंत्री भी रहे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समाजवादी नेता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह स्पष्टवादी तथा निडर थे जो हमेशा अपनी विचारधारा पर अडिग रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा, "एक दूरदर्शी रेल मंत्री और एक महान रक्षा मंत्री जिसने भारत को सुरक्षित और मजबूत बनाया। अपने कई वर्षों के सार्वजनिक जीवन में वह अपनी विचारधारा पर अडिग रहे। उन्होंने आपातकाल का जोरदार विरोध किया। उनकी सादगी और विनम्रता उल्लेखनीय थी।"
लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक- रघुठाकुर नेे जार्ज फर्नांडिस के निधन पर गहरा दुःख ब्यक्त करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।
रघु ठाकुर ने फेसबुक पर लिखा कि जार्ज फर्नांडिस के निधन की जानकारी उन्हें राज्य सभा सांसद- संजय सिंह और कुर्बान अली से मिली। यद्यपि जार्ज फर्नांडिस कई वर्षों से शैय्या पर ही थे और लगभग अशक्त और अबोल ही थे। मेरा उनसे सम्पर्क 1967 में बना था जब वे मुम्बई से पाटिल के खिलाफ चुुुनाव लड़े थे और जीतकर आए थे। लगभग 25 वर्ष तक तो हम लोग साथ-साथ ही काम करते रहे। 1993 से राजनैतिक दिशा में अंतर आया।
संसोपा, हिन्द मजदूर किसान पंचायत, लोकदल जनता पार्टी और जनता दल तक एक लंबी यात्रा साथ हुुई। बहुत सी स्मृतियों जुड़ी हैं। कितनी ही यात्राएं साथ-साथ कीं। उन सब की चर्चा फिर कभी। विनम्र श्रद्धांजलि।
लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उ•प्र•)- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने भी जार्ज फर्नांडिस के निधन पर गहरा दुु:ख ब्यक्त करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
रेल सेवक संघ के महामंत्री सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने ट्वीट कर कहा कि जार्जफर्नांडिस के निधन के समाचार से गहरा दु:ख पहुँचा है। वे भावनात्मक रूप से वे हमसे जुड़े थे। मैंने आज-तक जार्ज साहब ऐसा न ट्रेड यूनियन नेता देखा और ना ही राजनैतिक नेता देखा।
1990-2005 तक हमें उनका आत्मिक सहयोग व मार्गदर्शन मिलता रहा जिसे मैं आजीवन नहीं भूल सकता। उनका हमारा ट्रेड यूनियन का नाता था।
मैं उनके शोक सतप्त परिवार और उनके मित्रों व सहयोगियों के प्रति भी मेरी गहरी संवेदना है।
उन्हें शत्.शत्.नमन, वंदन व भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
कांग्रेस अध्यक्ष- राहुल गांधी ने भी फर्नांडिस के निधन पर शोक जाहिर कर उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
गांधी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ।
उन्होंने कहा, "दुख की इस घड़ी में उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदना है।
1974 में रेल कर्मचारियोंं के नेता के रूप में उन्होंने आज तक की सबसे बड़ी रेेल हड़ताल कराई थी जो विश्व इतिहास में दर्ज हो गई।
देश के रक्षामंत्री के तौर पर जार्ज ने 1998 का परमाणु परीक्षण और करगिल युद्ध की कमान संभाली। 2004 में कथित श्ताबूत घोटालाश् सामने आने के बाद जॉर्ज ने पद छोड़ दिया था।
जॉर्ज फर्नांडिस का आज अंतिम संस्कार होगा।
समता पार्टी की पूर्व अध्यक्षा व जॉर्ज की सहयोगी जया जेटली ने कहा, "उन्होंने अपने दाह संस्कार की इच्छा जाहिर की थी मगर अंतिम दिनों में उन्होंने कहा कि वह दफनाए जाना चाहते हैं। इसलिए हम शव का दाह संस्कार करेंगे और अस्थियों को दफनाएंगे ताकि उनकी दोनों इच्छाएं पूरी हो सकें।"
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व रेल मंत्री व रक्षा मंत्री तथा प्रखर समाजवादी एवं मजदूर नेता जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर शोक प्रकट किया है। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री के निधन पर बिहार सरकार ने दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की है। नीतीश अपने पूर्व सहयोगी को याद करते हुए रो पड़े।
70 के दशक में समाजवादी आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक जॉर्ज ने आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी का कड़ा विरोध किया। उन्हें सरकारी संस्थानों और रेलवे ट्रैक्स पर धमाके की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। 1977 में फर्नांडिस ने जेल के भीतर से चुनाव लड़ा और बिहार की मुजफ्फरपुर सीट पर भारी बहुमत से जीत दर्ज की।
जनता पार्टी से अपनी राजनीति शुरू करने वाले जॉर्ज को 1977 में मोरारजी देसाई के नेतृत्व वाली सरकार में उद्योग मंत्री बनाया गया। 1989 से 1990 के बीच जॉर्ज ने वीपी सिंह की सरकार में रेल मंत्रालय भी संभाला। 1994 में उन्होंने समता पार्टी का गठन किया, जो भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी बनी। जॉर्ज का बतौर राज्य सभा सांसद आखिरी कार्यकाल अगस्त 2009 से जुलाई 2010 तक रहा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मंगलवार को पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर शोकव्यक्त करते हुए संवेदना व्यक्त की है। गहलोत ने ट्वीट के जरिये अपने संवेदना संदेश में कहा, "पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। मेरी भावनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।"
पायलट ने कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन की जानकारी से मुझे आधात पहुंचा है। परिवार के प्रति मेरी संवेदना हैं और दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना है कि ईश्वर शान्ति प्रदान करें।
पूर्व रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडिस का यहां लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में अंतिम संस्कार होगा।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी ट्रेड यूनियन के एक नेता के रूप में जॉर्ज फर्नांडिस के योगदान को याद करते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने कहा, "फर्नांडिस ने कई ट्रेड यूनियन आंदोलनों का नेतृत्व किया। एक समाजवादी नेता के रूप में उन्होंने बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया। मैं फर्नांडिस के निधन पर अपनी संवेदना ब्यक्त करता हूँ।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज नेता जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर दुख व्यक्त किया। राव ने कहा कि दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और उनके चाहने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पूर्व रक्षा मंत्री और देश के दिग्गज समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि जीवन में उनकी सरलता और ईमानदारी अनुकरणीय है। उन्होंने एक बयान में कहा कि फर्नांडिस नौ बार लोकसभा के लिए चुने गए। वह एक अच्छे सांसद थे। उन्होंने कहा, "फर्नांडिस उन लोगों में से एक थे जिन्होंने देश में मजदूर संघ के आंदोलन को खड़ा किया। उन्होंने संसद में मजदूर वर्ग की आवाज को प्रभावी ढंग से उठाया। उन्होंने आपातकाल के खिलाफ बहादुरी से लड़े।"
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल उरांव ने कहा शोक जताते हुए कहा कि फर्नांडिस एक सरल और खुले विचारों वाले नेता थे, जिन्होंने समर्पण के साथ देश और गरीबों की सेवा की। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने भी फर्नांडिस के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने फर्नांडिस के निधन पर गहरा दुख जताया। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री प्रधान ने ट्वीट कर कहा, "पूर्व रक्षा मंत्री श्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन से गहरा दुख हुआ। एक दिग्गज समाजवादी नेता, आपातकाल के खिलाफ लड़ने वाले योद्धा और अपार साहस वाले व्यक्ति। उनकी मृत्यु से भारतीय राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा हुआ है इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजन के साथ हैं।"
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह राजनीतिक और बौद्धिक रूप से देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है। पटनायक ने ट्विटर पर लिखा, "पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिग्गज नेता जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर गहरा दुख हुआ। यह राजनीतिक और साथ ही बौद्धिक रूप से राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं और उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।"
जार्ज फर्नांडिज के निधन की खबर सुन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली स्थित उनके घर पहुंचे और शोक जताया।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने शोक संदेश में कहा कि वह देश के पूर्व रक्षा मंत्री एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के वरिष्ठ नेता जॉर्ज फर्नांडिस के निधन के समाचार से अत्यंत दुखी हैं । उनके राजनीतिक व्यक्तित्व और नेतृत्व ने कई महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाओं पर दशकों तक अमिट छाप छोड़ी है। वे एक उत्कृष्ट नेता और सर्मिपत समाजसेवी थे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बहुआयामी प्रतिभा के धनी जार्ज फर्नांडिस का भारतीय राजनीति में ऐतिहासिक योगदान रहा है। वह समाजवादी आंदोलन के बड़े नेता थे। वह आॅल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के भी प्रमुख रहे। वह 1967 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। वह नौ बार लोकसभा के सदस्य रहे। अपने संसदीय जीवन में वह संसद की कई समितियों का हिस्सा रहे और उन्होंने रक्षा एवं रेलवे सहित कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का जिम्मा संभाला।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक निर्भीक एवं तेजतर्रार नेता थे जिन्होंने हमेशा न्याय की लड़ाई लड़ी एवं गरीबों के कल्याण से जुड़े मुद्दों को उठाया । आडवाणी ने अपने बयान में कहा, "मैं जार्ज फर्नांडिस के निधन से बेहद दुखी हूं जो लम्बे समय तक मेरे सहयोगी रहे।"
उन्होंने कहा कि हम दोनों ने मोरारजी भाई देसाई और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में साथ काम किया।
जॉर्ज फर्नांडिस का मंगलवार को 88 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। वह अल्जाइमर्स (भूलने की बीमारी) से पीड़ित थे। कुछ दिन पहले उन्हें स्वाइन फ्लू भी हो गया था। अंतिम संस्कार आज किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा प्रख्यात श्रमिक नेता जार्ज फर्नांडिस के निधन पर मंगलवार को गहरा शोक व्यक्त किया । राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक प्रयागराज में जारी एक शोक सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि जॉर्ज फर्नांडिस एक सर्मिपत नेता थे। भारत सरकार के मंत्री के रूप में उन्होंने अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार में रक्षा मंत्री के रूप में फर्नांडिस ने उल्लेखनीय कार्य किया। फर्नांडिस की पहचान एक संघर्षशील श्रमिक नेता के रूप में भी थी। उन्होंने हमेशा मजदूरों और मेहनतकश वर्ग के अधिकारों की आवाज बुलन्द की। फर्नांडिस के निधन से हुई क्षति की भरपाई होना कठिन है। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मंगलवार को समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस को श्रमिक वर्ग के लिए एक "योद्धा" बताते हुए उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। नायडू के कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, "श्री फर्नांडिस श्रमिक वर्ग के लिए एक योद्धा, मजदूर संघ के नेता, एक ईमानदार नेता, एक सक्षम प्रशासक, एक महान सांसद और सबसे ऊपर एक अच्छे इंसान थे।"
इंदिरा गांधी की सरकार के समय में एक फेरा कानून बना था। फेरा यानी फॉरेन एक्सचेंज रेगुलेशन एक्ट। इस कानून के तहत कोई भी विदेशी कंपनी भारत में लगे किसी भी उद्योग में 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी नहीं रख सकती है। जॉर्ज फर्नांडिस ने इस कानून के तहत कई कंपनियों पर कार्रवाई करना शुरू करवाया। इससे परेशान होकर दो बड़ी कंपनियां जैसे आईबीएम और कोका कोला ने भारत में अपना व्यवसाय बंद कर दिया।
जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा, "बहुत दुखद समाचार है। वह मेरे बड़े भाई जैसे थे। जनता पार्टी से जुड़ते ही मेरा उनका साथ हो गया। जब मैं उनसे मिला तो लगा अपने हीरो से मिल रहा हूं। उन्होंने रक्षा मंत्रालय में बहुत काम किया था।"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के निधन पर मंगलवार को शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह मजदूर संघ के एक बहुत ही अच्छे नेता थे। तृणमूल कांग्रेस की नेता ने ट्वीट किया, "पूर्व रक्षा मंत्री और अति प्रशंसित मजदूर नेता जॉर्ज फर्नांडीस जी के निधन से बहुत दुखी हूं। मैं उन्हें दशकों से जानती थी। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है।"
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