
केनेथ जस्टर होंगे भारत में यूएस के नए राजदूत, ट्रंप ने की घोषणा
केनेथ जस्टर होंगे भारत में यूएस के नए राजदूत, ट्रंप ने की घोषणानई दिल्ली में अमेरिकी राजदूत की जगह जनवरी से खाली थी जब रिचर्ड वर्मा ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन के समय इस्तीफा दे दिया था।न्यूयॉर्क (आइएएनएस)। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नई दिल्ली में जनवरी से खाली पड़े नए अमेरिकी राजदूत की घोषणा की है। ट्रंप ने शुक्रवार शाम को व्हाइट हाउस से केनेथ जस्टर को नई दिल्ली में नए राजदूत के रुप में नामांकित किया है। अब इसे सीनेट के द्वारा अनुमोदित किया जाना होगा। बता दें कि केनेथ ने ही भारत-अमेरिका परमाणु सहयोग समझौते की नींव रखने में अमेरिका की मदद की थी। उन्होंने भारत के साथ आर्थिक, व्यापार और रणनीतिक संबंधों के निर्माण में ट्रम्प की मदद की थी। 62 वर्षीय जस्टर ने जनवरी से जून तक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मामलों के लिए ट्रंप के उप सहायक के रूप में काम किया था।जस्टर, पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के समय 2001 से 2005 तक उद्योग और सुरक्षा के लिए वाणिज्य सचिव भी थे। जस्टर अब भी राज्य विभाग के कार्यवाहक परामर्शदाता पद संभालते है। राजनयिक ने इटली में मई जी 7 शिखर सम्मेलन में भी ट्रम्प का प्रतिनिधित्व किया था।नई दिल्ली में अमेरिकी राजदूत की जगह जनवरी से खाली थी जब रिचर्ड वर्मा ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन के समय इस्तीफा दे दिया था। वाणिज्यिक सचिव के रूप में, जस्टर ने अमेरिका और भारत के बीच असैन्य परमाणु सहयोग समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही उन्होंने अमेरिका-भारत उच्च प्रौद्योगिकी सहयोग समूह की स्थापना और अध्यक्षता कर सामरिक साझेदारी (एनएसपी) के पहल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।एनएसएपी ने नागरिक असैन्य और अंतरिक्ष सहयोग और मिसाइल रक्षा पर विस्तारित बातचीत के लिए आधारभूत नींव रखी। इसके लिए यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल ने उन्हें 2004 में ब्लैकविल पुरस्कार से सम्मानित किया। 2005 में बुश प्रशासन को छोड़कर और इस वर्ष ट्रम्प प्रशासन में शामिल होने के बाद, जस्टर ने प्रौद्योगिकी कंपनी सेल्सफोस.कॉम के कार्यकारी उपाध्यक्ष और वैश्विक निवेश फर्म वाल्टर पिनकस में प्रबंध निदेशक के रूप में अपनी सेवा दी। जस्टर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से स्नातक हैं। उन्होंने इंटरनेशनल अफेयर्स के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वेदरहेड सेंटर अध्यक्ष के रूप में और एशिया फाउंडेशन के उपाध्यक्ष के रूप में काम किया है।यह भी पढ़ें : यूएस की नई अफगान पॉलिसी से होगा एक नए युग का आरंभBy Srishti Verma Let's block ads! (Why?)