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वायु सेना केंद्र सूर्यलंका में संयुक्त निर्देशित अस्त्र गोलीबारी अभ्यास: रक्षा मंत्रालय
नई-दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि, एयरचीफ मार्शल बीरेन्दर सिंह धनोआ पीवीएसएम एवीएसएम वाईएसएम वीएम एडीसी, चीफ ऑफ एयर स्टाफ 7 दिसंबर 2018 को सतह से वायु मिसाइल के संयुक्त निर्देशित अस्त्र गोलीबारी अभ्यास का अवलोकन करने दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे। एयर मार्शल बी सुरेश एवीएसएम वीएम, एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, दक्षिणी वायु कमान एवं जीपी कैप्टन आरएम कुमारसामी, स्टेशन कमांडर, वायु सेना केंद्र सूर्यलंका द्वारा उनका स्वागत किया गया।
वायु सेना द्वारा आरंभ किया यह अपनी तरह का पहला अभ्यास था जिसमें मिसाइल के चार अलग वर्गों- आकाश, स्पाइडर, ओसा-एके-एम एवं आईजीएलए की गोलीबारी समेकित नेटवर्क्ड वातावरण में 05, 07 एवं 08 दिसंबर को दिन एवं रात के दौरान की गई।
एओसी दक्षिणी वायु कमान के एओसी-इन-सी तथा कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ चीफ ऑफ एयर स्टाफ ने मिसाइल लांच का अवलोकन किया। बाद में, केंद्र के जवानों एवं मिसाइल कॉम्बैट क्रू के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने अभ्यास के सफल संचालन की दिशा में किए गए उनके प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने बताया कि यह अभ्यास भारतीय वायु सेना द्वारा अर्जित एक और मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास हमारे मिसाइल स्क्वॉयड्रन क्रू की मुठभेड़ कौशलों को और बेहतर बनाएगा और देश की वायु रक्षा तैयारियों को सुदृढ़ करने में दीर्घकालिक भूमिका निभाएगा।
मिसाइल कॉम्बैट क्रू को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इस प्रकार के अभ्यास के दौरान पेशेवर कौशलों में सुधार से भारतीय वायु सेना की मुठभेड़ क्षमता में और बेहतरी आएगी।
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