प्रदेश भर में योगी सरकार के खिलाफ गुस्सा- सियासी फायदों के लिए कराए जा रहे दंगें
"जब प्रदेश के मुखिया पर ही हत्या का मुकदमा चल रहा हो तथा प्रदेश के राज्यपाल- राम नाईक से गोरखपुर के माकण्डेेेय शाही ऐसे हत्याओं के जघन्य अपराधी के आजीवन कारावास की सजा माफ करा कर प्रीमेच्योर रिहाई कराई जाय जिसपर सुप्रीम कोर्ट को आश्चर्य ब्यक्त करते हुए राज्यपाल के रिहाई-आदेेश को रद्द करना पड़े, और तो और CBI में भ्रष्टाचार तथा सुप्रीम कोर्ट के CJI तक रिमोट कंट्रोल सेे संचालित हो तो उसके प्रदेश और देश में अराजकता बढ़ना स्वाभाविक ही प्रतीत होता है:
[सच्चिदानन्द श्रीवास्तव, प्रदेशअध्यक्ष (उ• प्र•)/लोसपा]
प्रयागराज: सूबे के बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्याकांड के बाद प्रदेश भर में योगी सरकार के खिलाफ राजनीतिक दल सड़क पर उतरने लगे है। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है। लखनऊ, कानपुर, इटावा और प्रयागराज सहित पूरे प्रदेश में लोसपा, कांग्रेस और सपा ने बिरोध प्रदर्शन किया।
प्रयागराज में मंगलवार की शाम समाजवादी पार्टी सहित कांग्रेस नेताओं ने शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और योगी सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला।
शहर के सिविल लाइन चौराहे पर समाजवादी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता ऋचा सिंह की अगुवाई में बड़ी संख्या में सपाइयों ने बुलंदशहर में हुई वारदात के खिलाफ आवाज बुलंद की। चौराहे पर खड़े होकर इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या कांड के विरोध में नारे लगाए।
दो मिनट का मौन रखकर शहीद इंस्पेक्टर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान योगी सरकार के खिलाफ तानाशाही का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के नेताओं ने मुख्यमंत्री को बुलंदशहर मामले में सामने आकर जबाब देने को कहा।
लोकतंत्र पर भीड़तंत्र हावी
सपा प्रवक्ता ऋचा सिंह ने योगी सरकार में प्रदेश भर में गिरती हुई कानून व्यवस्था पर हमला किया।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार में लोकतंत्र के ऊपर भीड़तंत्र हावी है। उन्होंने कहा कि मोदी और योगी की सरकार हर मोर्चे पर विफल है। भाजपा सरकार सियासी रंग देने के लिए प्रदेश में दंगा करवाने और कट्टरपंथियों से सुनियोजित तरीके से बवाल करवाने की साजिश कर रही है।
ऋचा सिंह ने कहा कि यूपी सरकार में पुलिस इंस्पेक्टर की खुलेआम हत्या से प्रदेशभर में हड़कंप मचा है।
कांग्रेसियों ने किया प्रदर्शन
कांग्रेसी नेता हसीब अहमद के नेतृत्व में कांग्रेसी सड़क पर उतरे और योगी सरकार के खिलाफ नारे लगा।
हसीब अहमद ने कहा कि, "योगी की सरकार में पुलिस सुरक्षित नहीं है। कानून-ब्यवस्था का खुलेआम मजाक हो रहा है। कभी गौरक्षा तो कभी किसी और नाम पर सरेराह लोगों को पीटा जा रहा है। इंस्पेक्टर की हत्या कानून व्यवस्था के ऊपर सवालिया निशान है।
उन्होंने कहा कि, "योगी सरकार को आने वाले समय में इसका जवाब मिलेगा।"
लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष- सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने बुलंदशहर में गोकशी पर हुए बवाल की कड़ी शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि, "बुलंदशहर हिंसा" भाजपा और कांग्रेस दोनों की साज़िशों का दुष्परिणाम प्रतीत हो रही है।
उन्होंने बढ़ रही अराजकता के जड़ को उखाड़ फेंकने की आवश्यकता पर बल देेेेते हुए कहा कि, "प्रदेश और देेेश में बढ़ रही अराजकता तथा इसकी जड़ों को उखाड़ फेंकने के लिए विख्यात समाजवादी चिंतक व विचारक तथा लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक- रघु ठाकुर ऐसे राजनैतिक संत की आवश्यकता है।"
श्रीवास्तव ने कहा कि, "एक विकसित और सभ्य समाज में ऐसी अपेक्षा नहीं की जा सकती है परन्तु जब प्रदेश के मुखिया पर ही हत्या का मुकदमा चल रहा हो, प्रदेश के राज्यपाल- राम नाईक से गोरखपुर के माकण्डेेेय शाही ऐसे हत्याओं के जघन्य अपराधी के आजीवन कारावास की सजा माफ कर प्रीमेच्योर रिहाई कराई जाय जिसपर सुप्रीम कोर्ट को आश्चर्य ब्यक्त करते हुए राज्यपाल के रिहाई-आदेेश को रद्द करना पड़े, और तो और CBI में भ्रष्टाचार तथा सुप्रीम कोर्ट के CJI तक रिमोट कंट्रोल सेे संचालित हो तो उसके प्रदेश और देश में अराजकता बढ़ना स्वाभाविक ही प्रतीत होता है। चूँकि भाजपा और कांग्रेस दोनों की एक ही आर्थिक नीति है अतैव यह प्रतीत हो रहा है कि उसके दुष्परिणामों के अन्तर्गत सुरसा के मुंह की तरह बढ़ रही बेरोजगारीए महँगाईए आत्महत्या, हत्या, बलात्कार और सरकारी लूट की तरफ से ध्यान भटकाने के लिए श्बाँ "बाँटो और राज करो" की नीति अपनाते हुए यह हिंसा प्रायोजित है।"
श्रीवास्तव ने पूछा कि, " क्या बहुप्रदेशीय मुख्यमंत्री- योगी जी बतायेंगे कि, "यह कौन सा विकास है और बुलंदशहर हिंसा तथा प्रदेश में बढ़ रही आत्महत्याएँ, हत्या, लूट, बलात्कार और अराजकता का जिम्मेदार कौन है?-"
अजीत सोनी, संवाददाता
swatantrabharatnews.com