
विधायकों के वेतन में तीस प्रतिशत की वृद्धि अलोकतान्त्रिक: रघु ठाकुर
- बिहार विधानसभा की अवमानना!
- बिहार में विधानसभा और लोकसभा चुनाव साथ-साथ!
नई दिल्ली: लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी ने बिहार में विधायकों के वेतन में किए गए 30% के वेतन-बृृृृद्धि के 20 नवम्बर के अध्यादेश को विधानसभा की अवमानना करार देतेे हुए इसेे अलोकतान्त्रिक बताया।
लोसपा के राष्ट्रीय संरक्षक- विख्यात समाजवादी चिंतक व विचारक- रघु ठाकुर ने बिहार सरकार द्वारा विधायकों केे वेेेेतन में तीस प्रतिशत की वृद्धि हेतुु 20 नवम्बर को जारी अध्यादेश की कड़े शब्दों मेंं निन्दा करते हुए कहा कि, "वैसे तो बिहार एक अति-गरीब प्रदेश है, जहाँ की सभी सरकारें विशेष दर्जे व पैकेज की माँग केंद्र सरकार से करती रही हैं। पर गरीब प्रदेश की सुशासन बाबू की सरकार ने विधायकों की तनख्वाह में 30%की वृद्धि कर दी है। अब विधायक को तनख्वाह भत्ते मिलाकर लगभग डेढ़ लाख रुपए प्रति माह मिलेंगे। इसके अलावा रेल व विमान के कूपन भी 3लाख रुपये मिलेंगे। कार खरीदने को भी15लाख रुपये एडवांस मिलेंगे। पूर्व विधायक को 35हजार रुपये प्रति माह पेंशन के अलावा डेढ़ लाख रुपये के रेल कूपन भी मिलेंगे।
चिन्तनीय यह भी है कि 26 नवम्बर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है और 20नवम्बर को यह अध्यादेश जारी किया गया।
यह अलोकतांत्रिक है तथा विधानसभा की अवमानना भी है।
कुछ लोग कह रहे हैं कि बिहार सरकार समय-पूर्व विधानसभा भंग कर संसद के चुनाव के साथ ही चुनाव करायेगी।
देखें क्या क्या खेल होते हैं।"
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