पुलिस की गिरफ्त से भागा करोड़ों के घोटाले का आरोपी केबीसीएल डायरेक्टर
पुलिस की गिरफ्त से भागा करोड़ों के घोटाले का आरोपी केबीसीएल डायरेक्टरपुलिस को सूचना दिए बगैर विश्वनाथ सिंह को पकडऩे को लेकर करौली पुलिस पर दबाव बनाया। ग्रामीण पुलिस से उलझ गए। इसी बीच मौका पाकर विश्वनाथ पुलिस गिरफ्त से भाग निकला।मथुरा (जेएनएन)। कल्पतरु बिल्डटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड (केबीसीएल) का एक डायरेक्टर राजस्थान के करौली पुलिस की गिरफ्त से भाग गया। राजस्थान से आई टीम ने उसे चंदनवन से हिरासत में लिया था। पुलिस ने दो अन्य डायरेक्टरों के घर भी छापा मारा, मगर वे नहीं मिले। राजस्थान, मध्यप्रदेश सहित उप्र के कई जिलों में फैले केबीसीएल के कारोबार में निवेशकों ने करोड़ों का निवेश किया। इस धन को लेकर कंपनी के डायरेक्टर गायब हो गए हैं। मालिक जय किशन राणा, डायरेक्टर विपिन यादव, राजू मामा उर्फ विश्वनाथ प्रताप सिंह, भीकम सिंह और महेश चंद्र शर्मा के खिलाफ निवेशकों ने जगह-जगह धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराए हैं।गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, महराजगंज और सिद्धार्थ नगर के निवेशकों ने भी तीन जुलाई को एसएसपी से शिकायत की थी। शिकायत एसएसपी कार्यालय से मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज कराई गई है। हाल में राजस्थान के करौली की पुलिस ने राजू मामा उर्फ विश्वनाथ प्रताप सिंह को चंदनवन से हिरासत में लिया था। जांच के लिए विश्वनाथ को लेकर राजस्थान पुलिस केबीसीएल के चुरमुरा कार्यालय पहुंची। इसी बीच दो मीडियाकर्मी भी पहुंच गए और उनके साथ कुछ ग्रामीण भी थे।मीडियाकर्मियों ने एसएसपी और इलाके की पुलिस को सूचना दिए बगैर विश्वनाथ सिंह को पकडऩे को लेकर करौली पुलिस पर दबाव बनाया। ग्रामीण पुलिस से उलझ गए। इसी बीच मौका पाकर विश्वनाथ पुलिस गिरफ्त से भाग निकला। निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामले में वांछित चल रहे जेके राणा समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। स्वप्निल ममगाई, एसएसपी By Ashish Mishra Let's block ads! (Why?)