
छात्र नेता सुमित शुक्ला हत्याकांड का खुलासा: 50-50 हजार के इनामी 03 अभियुक्त गिरफ्तार.
प्रयागराजः इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रनेता सुमित शुक्ला उर्फ अच्युतानंद शुक्ला हत्याकांड का खुलासा करते हुए प्रयागराज पुलिस ने बताया की आरोपित सीएमपी डिग्री कॉलेज छात्रसंघ के अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी ने अपने बयानों में कहा है कि सुमित शुक्ला उर्फ अच्युतानंद शुक्ला द्वारा बार.बार जलील करना नहीं पसन्द था। आशुतोष ने अपने बयान में कहा है कि चुनाव के दौरान अच्युतानंद खुलकर उसका सपोर्ट नहीं कर रहा था। चुनाव जीतने के बाद भी वह उसके साथ आम छात्रों जैसा व्यवहार करता था। सार्वजनिक जगहों पर उसे जलील कर देता था। 31 अक्टूबर को बर्थ डे पार्टी में आशुतोष के पहुंचने से पहले अच्युतानंद के करीबी आलोक चौबे और आशुतोष के करीबी गज्जू के बीच झगड़ा हो चुका था।
एसएसपी के मुताबिक तब आशुतोष दूसरे हॉस्टल में साथियों के साथ शराब पी रहा था। उसने गुस्से में पिस्टल लोड करते हुए कहा था कि, "आज ज्यादा बोला तो निपटा दूंगा।" तीनों आरोपित असलहे लेकर आए थे उनको भय था कि उन पर भी हमला किया जा सकता है।
छात्रनेता सुमित शुक्ला उर्फ अच्युतानंद की हत्या के आरोपितों में सीएमपी छात्रसंघ अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी सहित हरिकेश मिश्र और सौरभ उर्फ प्रिंस व एक मददगार को सोमवार को पुलिस ने जेल भेज दिया।
आरोपितों के पास से हत्या में इस्तेमाल पिस्टलए दो तमंचे और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुआ है। पुलिस की पूछताछ में आशुतोष त्रिपाठी ने कबूल किया है कि उसने आजिज आकर अच्युतानंद को गोली मारी। 31 अक्टूबर को इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पीसीबी हॉस्टल में आयोजित निर्भय द्विवेदी की बर्थ डे पार्टी में उसे नहीं बुलाया गया था। अत्युतानंद ने रात सवा एक बजे फोन कर उसे जबरन बुलाया। पुलिस के अनुसार नशे में धुत आशुतोष साथियों के साथ अच्युतानंद से मिलने पहुंचा था।
सीसीटीवी फुटेज में गोली चलाते दिख रहा आशुतोष
हत्याकांड से पर्दा उठाते हुए एसएसपी नितिन तिवारी ने एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया। इसमें अच्युतानंद को गोली मारते हुए आशुतोष साफ दिख रहा है। हॉस्टल में बातचीत के दौरान आशुतोष अच्युतानंद के पीछे बैठता है। वीडियो में दिख रहा है कि वह एक बार पिस्टल निकाल मारने उठता है लेकिन सही एंगल न मिलने पर बैठ जाता है। दूसरी बार में वह गोली चलाकर भागता दिखा है।
मददगार देवर्षि उर्फ शूटर- गज्जू और कनक फरार
एसएसपी नितिन तिवारी ने हत्याकांड का राजफाश करते हुए आरोपितों को सोमवार को पुलिस लाइन में मीडिया के सामने पेश किया। बताया कि छात्रनेता अच्युतानंद 25 हजार का इनामी थाए जबकि पकड़े गए तीनों आरोपितों पर 50.50 हजार रुपये इनाम घोषित था। आरोपितों की मदद करने के आरोप में प्रदीप यादव को भी गिरफ्तार किया गया है। शेष मददगार देवर्षि उर्फ शूटर- गज्जू और कनक फरार हैं।
आशुतोष पर हत्या समेत छह मामले हैं दर्ज
मुख्य आरोपित आशुतोष बलरामपुर का रहने वाला है। उस पर हत्या समेत छह मामले दर्ज हैं। हरिकेश सुल्तानपुर का है। उस पर दो मामले दर्ज हैं। प्रयागराज के जसरा के प्रिंस पर हत्या समेत दो मुकदमे दर्ज हैं। एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव के मुताबिक आशुतोष की बुआ नेपाल के कृष्णा नगर में रहती हैं। यही वजह है कि तीनों हत्या के बाद नेपाल भाग गए।
आरोपित गज्जू कोलकाता भागा हुआ है। सीओ आलोक मिश्र के मुताबिक कोर्ट में पेशी के बाद सभी को नैनी सेंट्रल जेल पहुंचा दिया गया।
रिपोर्टर. अजीत सोनी, प्रयागराज
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