
सर्वोच्च पदों पर भ्रष्टाचार: तीनों फोटो का अर्थ बतायें मोदी जी: सच्चिदानन्द श्रीवास्तव
लखनऊ: इतिहास में पहली बार 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस चेमेलेश्वर व अन्य जज द्वारा प्रेसवार्ता करने और अब CBI निदेशक/ वरिष्ठ अधिकारियों के मध्य कलह व भ्रष्टाचार के समाचारों पर प्रतिक्रिया ब्यक्त करते हुए लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष (उ• प्र•) - सच्चिदानन्द श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री- मोदी को तीन फोटो संलग्न कर ट्वीट करते हुए तीनों फोटो का अर्थ पूछा है।
इतिहास में पहली बार मोदी जी के शासनकाल में ये तीनों घटनाएं घटित हुई हैं।
श्री श्रीवास्तव ने जो तीन फोटो भेजी है उनमें से___
●एक फोटो 12 जनवरी 2018 को जस्टिस जे. चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ द्वारा की गई प्रेसवार्ता की है जिसमें कहा गया था कि, "सुप्रीम कोर्ट को नहीं बचाया गया तो लोकतंत्र नाकाम हो जाएगा।"
●दूसरी फोटो गूगल पर प्रसारित "विश्व के 10 Topmost Criminals की है जिसमें प्रधानमंत्री- मोदी की फोटो भी है।
●और तीसरी फोटो आज प्रसारित समाचार- "सर्वोच्च पदों पर भ्रष्टाचार: सीबीआई निदेशक वर्मा ने छुट्टी पर भेजने के फैसले को दी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, 26 अक्टूबर को सुनवाई" होगी।
क्या वाकई देेश को भ्रष्टाचार का दीमक सुप्रीम कोर्ट और सी• बी• आई• ऐसी संस्थाओं को खोखला कर चुकी है ?-
क्या वाकई 12 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों नेे प्रेसवार्ता कर जो आशंका ब्यक्त की थी, वह सही थी और लोकतंत्र नाकाम होने के कगार पर है ?-
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